विकराल हुई जंगल में आग, अल्मोड़ा में आग बुझाने गई टीम में शामिल चार लोगों की मौत, चार अन्य झुलसे

उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग विकराल रूप धारण करती जा रही है। गुरुवार को अल्मोड़ा में जंगल की आग को काबू करने गई टीम ही आग की चपेट में आ गई। हादसे में चार पीआरडी के जवान और फायर वाचरों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं चार गंभीर रूप से झुलस गए। गंभीर रूप से झुलसे कर्मचारियों में से एक को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर किया गया है। वन विभाग के अनुसार प्रदेश में अब तक वनाग्नि से 10 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें नौ की मौत तो अल्मोड़ा जिले में हुई। इसके अलावा नौ लोग घायल हो चुके हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अल्मोड़ा जिले में स्थित बिंसर अभ्यारण के जंगल में आग की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। फायर वाचर और पीआरडी के जवान आग बुझाने की रणनीति बना ही रहे थे कि जंगल की आग ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया। फायर वाचरों और पीआरडी के जवानों ने आग से बचने की काफी कोशिश की, लेकिन वे आग की लपटों से अपने आप को बचा नहीं पाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वनाग्नि की इस घटना में आग बुझाने गए वन बीट अधिकारी बिंसर रेंज त्रिलोक सिंह मेहता (40 वर्ष ) पुत्र नारायण सिंह निवासी उडलगांव बाड़ेछीना, दैनिक श्रमिक दीवान राम (35 वर्ष ) पुत्र पदी राम निवासी ग्राम सौड़ा, कपड़खान, फायर वाचर करन आर्या (21 वर्ष) पुत्र बिशन राम निवासी कफड़खान और पीआरडी जवान पूरन सिंह (50 वर्ष) साल पुत्र दीवान सिंह निवासी ग्राम कलौन की मौके पर ही मौत हो गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, फायर वाचर कृष्ण कुमार (21) पुत्र नारायण राम निवासी ग्राम भेटुली, पीआरडी जवान कुंदन सिंह नेगी (44) पुत्र प्रताप नेगी निवासी ग्राम खांखरी वाहन चालक भगवत सिंह भोज (38) पुत्र बची सिंह निवासी ग्राम भेटुली, दैनिक श्रमिक कैलाश भट्ट (54) पुत्र बद्रीदत्त भट्ट निवासी ग्राम धनेली, अल्मोड़ा गंभीर रूप से झुलस गए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।