हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमथ को दी भावपूर्ण विदाई, राघवेंद्र सिंह चौहान होंगे मुख्य न्यायाधीश
उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से उत्तराखंड हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक न्यायमूर्ति रवि मलिमथ को एक सादे समारोह में विदाई दी गई। उनका हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में तबादला हुआ है। वहीं, तेलंगाना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राघवेंद्र सिंह चौहान का तबादला नैनीताल हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के पद पर हुआ है। वह सात जनवरी को देहरादून में शपथ ग्रहण करेंगे।
सालसा कार्यालय में आयोजित विदाई कार्यक्रम में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव एवं जिला जज आरके खुल्बे ने न्यायमूर्ति मलिमथ की ओर से सालसा का अध्यक्ष रहते किये गए कार्यों का उल्लेख किया । वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुधांशु धुलिया ने भी अपने वक्तव्य में न्यायमूर्ति रवि मलिमथ की कार्यप्रणाली की सराहना की ।
इस मौके पर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि मलिमथ ने उत्तराखंड हाईकोर्ट का जज रहते उन्हें मिले सहयोग के लिये आभार व्यक्त किया । उन्होंने सालसा के पैरा लीगल वॉलिंटियर्स के कार्यों की भी सराहना की। विदाई समारोह में न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी, न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा, न्यायमूर्ति रविन्द्र मैठाणी, न्यायमूर्ति आलोक वर्मा, महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर, रजिस्ट्रार जनरल धनन्जय चतुर्वेदी, सालसा के विशेष कार्याधिकारी मो. यूसुफ सहित हाईकोर्ट के अन्य रजिस्ट्रार मौजूद थे। नए मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राघवेंद्र सिंह चौहान का शपथग्रहण सात जनवरी को देहरादून में प्रस्तावित किया गया है।
राघवेंद्र सिंह चौहान होंगे अब मुख्य न्यायाधीश
तेलंगाना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति राघवेंद्र सिंह चौहान का स्थान्तरण उत्तराखंड हाईकोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश होंगे। उनका स्थान्तरण आदेश यहां कुछ दिन पहले पहुंच गया था। उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पद न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन की सेवानिवृत्ति के बाद रिक्त था तब से न्यायमूर्ति रवि कुमार मलिमथ कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश थे।
फोटोः न्यायमूर्ति राघवेंद्र चौहान
उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद पर स्थान्तरित होकर आ रहे न्यायमूर्ति राघवेंद्र चौहान का जन्म दिसम्बर 1959 को राजस्थान में हुआ। उन्होंने स्नातक की डिग्री 1980 में अमेरिका के आर्काडिया विश्वविद्यालय से और लॉ की डिग्री दिल्ली विश्वविद्यालय से 1983 में हासिल की। 2005 में वे राजस्थान हाईकोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त हुए। 2015 में कर्नाटक हाईकोर्ट स्थान्तरण के बाद वे 2018 में हैदराबाद हाईकोर्ट में जज बने और तेलंगाना अलग राज्य बनने के बाद वहां कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त हुए। जून 2019 में तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनने के बाद उन्होंने न्याय प्रणाली में सुधारों की शुरुआत की।