Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 13, 2024

राजधानी देहरादून में कांग्रेस नेताओं के नेतृत्व में ई रिक्शा चालकों ने निकाली रैली, डीएम कार्यालय पर किया प्रदर्शन

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ई रिक्शा चालकों ने कांग्रेस नेताओं के नेतृत्व में नगर निगम देहरादून से जिलाधिकारी कार्यालय तक रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान शासन, प्रशासन और पुलिस पर ई रिक्शा चालकों का उत्पीड़न करने और अनावश्यक चालान काटने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से उत्तराखंड के परिवहन सचिव को ज्ञापन प्रेषित किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कांग्रेस नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री व चकराता विधायक प्रीतम सिंह एवं राजपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजकुमार के नेतृत्व में ई रिक्शा चालक एवं कांग्रेसजन नगर निगम में इकटठा हुए। इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह ने कहा कि ई रिक्शा चालकों की मांगें उचित है और उनका समाधान किये जाने की आवश्यकता है। इस मामले को विधानसभा में उठाकर ई रिक्शा चालकों के लिए कानून बनाये जाने की मांग की जायेगी। अन्यथा आंदोलन को और तेज किया जायेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर ज्ञापन में कहा गया कि दून ई रिक्शा एसोसिएशन की और ई रिक्शा चालकों का रूटों को लेकर लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। इसे सहन नहीं किया जायेगा। उनकी समस्याओं का तत्काल प्रभाव से समाधान किये जाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि ई रिक्शा चालकों का व्यापक स्तर पर चालान किया जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है। चालकों ने प्रातः आठ बजे से रात्रि आठ तक का प्रतिबंध हटाये जाने की मांग की। कहा कि रात्रि में ई रिक्शा चलाने में चालकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड रहा है। साथ ही बेवजह चालान काटने पर रोक लगाने की मांग की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

उन्होंने सुप्रीम कार्ट के आदेशानुसार फोर वीलर के लाईसेंस पर ई रिक्शा चलाने की मंजूरी देने की मांग की। साथ ही आरटीओ की ओर से ई रिक्शा का अलग से लाईसेंस जारी किया है, उस पर पर रोक लगाने की आवश्यकता है। साथ ही ई रिक्शा पर लगाए गए रोड टैक्स को रद् करने की मांग की गई। कहा कि ई रिक्शा के लिए ईवी पालिसी के तहत प्रथम एक एक लाख वाहन की रोड टैक्स में छूट प्रदान की गई है। ज्ञापन में ई रिक्शा की संख्या जिले में निर्धारित करने की मांग की गई। वर्तमान में ई रिक्शा के पंजीकरण रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाने की मांग की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ई रिक्शा चालकों के मुताबिक, वर्ष 2019 ई रिक्शा के संचालन पर जो रोक लगाई थी आदेश के बाद से ही कुछ ई रिक्शा चालकों ने ई रिक्शा का संचालन नहीं किया वह खडे खडे कबाड हो चुकी है और कबाड में बेच दी गई है उस सभी ई रिक्शा का रजिस्ट्रेशन रदद किया जाये व उन सबका ई रिक्शा का रोड टैक्स माफ किया जाये। इस अवसर पर ज्ञापन में नई गाडियों के रजिस्ट्रेशन पर आरटीओ द्वारा रोक लगाई गई है इसे हटाया जाना चाहिए और ई रिक्शा को राज्य सरकार द्वारा स्टैंडों की व्यवस्था कराई जाये। ज्ञापन में कहा गया कि ई रिक्शा चालकों को अलग से लाईसेंस अनिवार्यता समाप्त की जाये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस दौरान चेतावनी भी दी गई है कि जल्द ही समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो व्यापक स्तर पर धरना, प्रदर्शन एवं अधिकारियों का घेराव किया जायेगा। इस अवसर पर प्रदर्शन करने व रैली निकालने वालों में देहरादून महानगर कांग्रेस कमेटी के पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, मारूफ राव, रवि फुकेला, सुलेमान, निवर्तमान पार्षद नीनू सहगल, निखिल कुमार, रमेश कुमार, आनंद त्यागी, अर्जुन सोनकर, दीप वोहरा, आतियात खघन, जहांगीर खान, विवेक चौहान, अशोक शर्मा, दिनेश नेगी, राजिंद्र खन्ना, ओम प्रकाश, सोम प्रकाश वाल्मीकि, सुरेश परछा, ओमी यादव, गुलशन, अशोक, हेमराज, नमन कुमार, आसिफ, अमन रावत, संजय, सुल्तान, कुल प्रकाश, भूपेन्द्र कुमार, मुकेश, अकमल आदि शामिल रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page