देहरादून के शायर दर्द गढ़वाली की गजल, रोटियां दे भाषणों से पेट कब किसका भरा
रोटियां दे भाषणों से पेट कब किसका भरा।
बाज आ जा हरकतों से देखता होगा खुदा।।
आदमी दुश्मन बना है आदमी का आज फिर।
कर रहा है आदमी अब देखिए क्या-क्या खता।।
रोटियों के नाम पर हमको दिखाया चांद ही।
क्या कहें किससे कहें किस बात की दी है सजा।।
बोलिए कुछ आप भी कब तक रहेंगे आप चुप।
जो नहीं था आदमी भी बन गया है देवता।।
आपने तो रोटियां देने का वादा था किया।
हाकिमों वादा बताओ आपका वो क्या हुआ।।
गलतियां अपनी छिपाने को किया क्या-क्या नहीं।
मजहबों के नाम पर इस देश में क्या-क्या हुआ।
माफ कर दे ऐ खुदा बंदे सभी हैं हम तेरे।
क्या हुई ऐसी खता सुनता नहीं है क्यूं सदा।।
कुछ करो तजबीज यारों चैन से सब जी सकें।
कब तलक यूं ही चलेगा खौफ का ये सिलसिला।।
जो फसल बोई थी तुमने काटनी होगी तुम्हें।
सर झुकाओ हाथ जोड़ो या कि मांगो तुम दुआ।।
दर्द गढ़वाली का परिचय
नामः लक्ष्मी प्रसाद बडोनी
उपनामः दर्द गढ़वाली
जन्म तिथिः 23 अक्टूबर 1965
जन्म स्थानः उत्तरकाशी
मूल निवासीः भटवाड़ा, टिहरी गढ़वाल
वर्तमान पताः बडोनी भवन
देवपुरम कालोनी, लोअर तुनवाला
देहरादून, उत्तराखंड।
मोबाइलः 09455485094
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।