देहरादून में बुलडोजर से बस्तियों को बचाने को सीपीएम का हस्ताक्षर अभियान शुरू, सीएम को भेजा जाएगा ज्ञापन
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में विभिन्न बस्तियों में इन दिनों बुलडोजर का खतरा बना हुआ है। कारण ये है कि नगर निगम देहरादून की ओर से वर्ष 2026 के बाद से बसी बस्तियों को अवैध करार देते हुए इन्हें उजाड़ने के नोटिस दिए गए हैं। 30 जून तक इन बस्तियों को खाली कराने की बात कही जा रही है। कारण कोर्ट का आदेश बताया जा रहा है। इसका विरोध भी राजधानी देहरादून में शुरू हो चुका है। कई विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों की ओर से प्रदर्शन किए जा रहे हैं। हाल ही में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने 16 मई को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अब सीबीआईएम ने तय किया है कि अतिक्रमण के नाम पर गरीबों को न उजाड़ने, सभी बस्तियों के नियमितीकरण करने, बस्ती में रहने वालों को घरों व जमीन का मालिकाना हक देने की मांग पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। माकपा का यह अभियान करीब एक सप्ताह तक चलेगा। इसके तहत 20 हजार हस्ताक्षर एकत्र कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जायेगा। इस अभियान के तहत आज पार्टी कार्यकर्ताओं ने बस्तियों मे प्रभावितों के मध्य जाकर पर्चा वितरण कर उनसे हस्ताक्षर एकत्रित करने के अभियान की शुरूआत कर दी है। अभियान डीएल रोड, नालापानी रोड़ , कण्डोली ,बारीघाट नगर ,मालसी ,काठ बंगला, आदि क्षेत्रों में चलाया गया । (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये हैं मांगे
-अपने ही वादों के अनुसार सरकार तुरंत बेदखली की प्रक्रिया पर रोक लगाए। कोई भी बेघर न हो। इसके लिए या तो सरकार अध्यादेश द्वारा क़ानूनी संशोधन करे या कोर्ट के आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में जाए।
-2018 का अधिनियम में संशोधन कर जब तक नियमितीकरण और पुनर्वास की प्रक्रिया पूरी नहीं होगी, जब तक मज़दूरों के रहने के लिए स्थायी व्यवस्था नहीं बनती, तब तक बस्तियों को हटाने पर रोक लगे।
-दिल्ली सरकार की पुनर्वास नीति को उत्तराखंड में भी लागू किया जाये।
-राज्य के शहरों में उचित संख्या के वेंडिंग जोन को घोषित किया जाये। पर्वतीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में वन अधिकार कानून पर अमल युद्धस्तर पर किया जाये।
-बड़े बिल्डरों एवं सरकारी विभागों के अतिक्रमण पर पहले कार्यवाही की जाये।
-एलिवेटेड रोड़ के नाम पर रिस्पना तथा बिंदाल नदी बसी बस्तियों को उजाड़ना बन्द हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अभियान में ये रहे शामिल
अभियान में पार्टी सचिव अनन्त आकाश, सचिव मंडल सदस्य एवं पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष लेखराज, एसएफआई अध्यक्ष नितिन मलेठा, महामंत्री हिमांशु चौहान, शैलेन्द्र, सीटू उपाध्यक्ष भगवन्तं पयाल, रविंद्र नौडियाल, अभिषेक भंडारी, महिला समिति सचिव सीमा लिंगवाल, उपाध्यक्ष बिन्दा मिश्रा, कुसुम नौडियाल, प्रभा, बबिता अनन्त, विप्लव अनन्त, अनामिका राज, राजेन्द्र शर्मा, शबनम, नरेंद्र सिंह, शान्ति प्रसाद , मामचन्द आदि शामिल थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।