सीएम धामी ने मेले का किया शुभारंभ, विकास योजनाओं का किया शिलान्यास और लोकार्पण, पढ़िए अन्य कार्यक्रम

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा विगत 4 महीनों में प्रदेश के हित में 400 से अधिक फैसले लिए हैं। इन सभी फैसलों का शासनादेश भी जारी हो चुके हैं । जो भी घोषणाएं की गई हैं उन्हें धरातल पर उतारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैंने इस भूमि में जन्म लिया है। मैं यहाँ जब भी आता हूँ, लोगों का अपार स्नेह मिलता है। इस मौके पर सीएम ने प्रदेश सरकार की ओर से किए गए कार्यों को गिनाया।
की ये घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास की विभिन्न घोषणाएं की। उन्होंने घोषणा की कि चामी से मेतली तक मोटर मार्ग का निर्माण किया जाएगा। जौलजीबी में स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण किया जाएगा। जौलजीबी से वनराजि जनजाति बस्ती गानागांव- पचकाना -ढुंगातोली तक सड़क का निर्माण किया जाएगा। मवानी-दवानी से मणिधामी मोटर मार्ग निर्माण किया जाएगा। बसन्तकोट से मुन्नगरधार-उछति-लिलम तक मोटर मार्ग का निर्माण किया जाएगा। सिंमगड नदी के दाई ओर स्थित घटन(नाचनी) बाढ़ सुरक्षा हेतु तटबंध निर्माण किया जाएगा। मुनस्यारी बरार गाड़ के बाईं ओर खेत भराड़ गांव में बाढ़ सुरक्षा हेतु तटबंध निर्माण किया जाएगा। एलोपैथिक चिकित्सालय तेजम का उच्चीकरण किया जाएगा। मल्लधार से मडलकिया तक मोटर मार्ग का निर्माण किया जाएगा। बलमरा से बसोरा-सल्याडी मोटर मार्ग का निर्माण किया जाएगा। नोला पब्लिक स्कूल जुम्मा को अनुदान सूची में शामिल किया जाएगा। जौलजीबी में बुनकर भवन का निर्माण किया जाएगा। एलोपैथिक चिकित्सालय बरम हेतु कार्यवाही की जाएगी। स्थानीय लोगों की सहमति पर मुनस्यारी को नगर पंचायत बनाया जाएगा। ग्राम पंचायत पांगला के स्वास्थ्य केन्द्र खोले जाने हेतु कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने जौलजीबी मेले के आयोजन हेतु 5 लाख रुपये देने की घोषणा भी की।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने कहा कि यह मेला भारत एवं नेपाल दोनों देशों का सांस्कृतिक मेला है। पूर्व में यह एक बड़ा व्यापारिक मेला होता था, अब इसका स्वरूप धीरे धीरे बदल रहा है। सांसद अजय टम्टा ने केन्द्र द्वारा संचालित कार्यों की जानकारी दी। समारोह में विधायक धारचूला हरीश धामी, ब्लॉक प्रमुख धन सिंह धामी, नगर पालिका अध्यक्ष राजेश्वर देवी, जिलाध्यक्ष भाजपा विरेन्द्र वल्दिया, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह और मित्र राष्ट्र नेपाल के आम नागरिक व संस्कृति कर्मी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने टैगोर नगर शक्तिफार्म में लोकार्पण एवं शिलान्यास
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को जनपद उधम सिंह नगर की सितारगंज विधानसभा स्थित टैगोर नगर शक्तिफार्म पहुंचकर 68.68 करोड़ रुपये की कुल 20 योजनाओं का लोकार्पण एंव शिलान्यास किया। जिसमें 29.98 करोड़ की तीन योजनाओं का लोकार्पण व 38.70 करोड़ की 17 योजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा जब राज्य अपनी सिल्वर जुबली मना रहा होगा तब राज्य देश का श्रेष्ठ आदर्श राज्य होगा। उन्होंने कहा कि उस समय पर राज्य सभी क्षेत्रों में अपने उत्कृष्टता पर होगा। प्रदेश को उत्कृष्ट एवं आदर्श राज्य बनाने हेतु सभी को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से राज्य सरकार ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से 17375 नौकरियाँ दी है। उन्होने कहा कि विकास कभी रूकना नही चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एन. डी तिवारी के नाम पर पन्तनगर सिडकुल का नाम रखा गया है। यह उनके द्वारा किए गए कार्यों के प्रति सम्मान है। उन्होने कहा कि गन्ना किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए सितारगंज चीनी मिल को भी शुरू किया जा रहा है। इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, सुबोध उनियाल, पूर्व सीएम विजय बहुगणा, विधायक सौरभ बहुगुणा ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में विधायक राजेश शुक्ला, डीआईजी निलेश आन्नद भरणे, एसएसपी दलीप सिंह कुवर, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, अपर जिलाधिकारी डॉ0 ललित नारायण मिश्र आदि उपस्थित थे।
प्रदेश को ऊर्जा प्रदेश बनाने में ऊर्जा कर्मी बनें सहयोगीः मुख्यमंत्री
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम के स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री तथा ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। यूजेवीएनएल को स्थापना दिवस की शुभकामना देते हुए मुख्यमंत्री ने ऊर्जा कर्मियों से प्रदेश को ऊर्जा प्रदेश बनाने में सहयोगी बनने तथा जल विद्युत योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाये जाने की अपेक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य निर्माण के समय राज्य के ऊर्जा क्षेत्र को आर्थिकी का आधार माना गया था किन्तु पिछले कुछ सालों में इस दिशा में प्रगति कुछ धीमी रह गई। हम इस दिशा में कैसे तेजी से आगे बढ़ सके, इस दिशा में प्रयास किये जाने होंगे। इस दिशा में इस क्षेत्र से जुड़े अनुभवी लोगों का भी सहयोग लिये जाने की बात मुख्यमंत्री ने की।
उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं को समय पर पूरा करने के लिये किये जाने वाले प्रयासों के लिये हमें हर समय शिक्षार्थी बनना होगा। हमें अपने विभाग व संस्थानों की अच्छाई के साथ प्रगति की दिशा में बाधक बनने वाली समस्याओं के निराकरण पर भी ध्यान देना चाहिए। लक्ष्य प्राप्ति में कहां कमी रह गई इस पर भी चिन्तन की उन्होंने जरूरत बतायी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जीरो पेंडेसी पर विशेष ध्यान दे रही है। इसके लिये हर क्षेत्र के लिये सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण तीन मूल मंत्र निर्धारित किये गये हैं। कोई भी फाइल हो इसका निस्तारण निर्धारित समय सीमा के अन्दर हो जाना चाहिए। इसका सभी को ध्यान रखना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने दायित्वों के निर्वहन में सूर्य को अपना प्रेरणा स्त्रोत बनाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के विकास का विजन दिया है। प्रधानमंत्री ने 21 वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 तक हमारा राज्य हर क्षेत्र में विकसित सक्षम व आदर्श राज्य बने इसके लिये भी हम सबको सहायोगी बनाना होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खटीमा विद्युत गृह को बेस्ट परफार्मिंग पावर हाउस तथा व्यासी जल विद्युत परियोजना को बेस्ट अंडर कंस्ट्रक्शन परफार्मिंग प्रोजेक्ट का एवार्ड प्रदान करते हुए कहा कि खटीमा जल विद्युत गृह के लोहिया हेड से उनका नाता रहा है। बचपन में उसी क्षेत्र के स्कूल में उन्होंने पढ़ाई की है।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने ऊर्जा कर्मियों से ऊर्जावान बनने की अपेक्षा करते हुए कहा कि जहां अन्य निगम सरकार से मांगते हैं वहीं यूजेवीएनएल सरकार को देने वाला निगम है। उन्होंने निगम को ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े सपने देखने की सीख भी दी। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास दिसम्बर में व्यासी परियोजना का लोकार्पण तथा लखवाड़ परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री के द्वारा कराये जाने का है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को युवा मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र को भी नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने ऊर्जा को जीवन का भी हिस्सा बताया।
प्रबंध निदेशक यूजेवीएनएल संदीप सिंघल ने यूजेवीएनएल के कार्यकलापों की जानकारी दी तथा मुख्यमंत्री को निगम के लाभांश का 25 करोड़ का चेक भेंट किया। इस अवसर पर अध्यक्षा यूजेवीएनएल राधा रतूड़ी, इलेक्ट्रिसिटी ओम्बड्समैन सुभाष कुमार, प्रबंध निदेशक यूपीसीएल अनिल कुमार आदि उपस्थित थे।
आत्मनिर्भर उत्तराखंड बोधिसत्व विचार श्रृंखला को किया वर्चुवली सम्बोधित
उत्तराखण्ड के 25 वर्ष के स्वरूप पर विचार श्रृंखला में विषय विशेषज्ञों ने रखे अपने विचार रखे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को देर सांय मुख्यमंत्री आवास में वर्चुवली आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड बोधिसत्व विचार श्रृंखला को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्थापना के दो दशक के बाद उत्तराखण्ड युवा राज्य बन चुका है। पिछले दो दशकों में राज्य के विकास के लिये सतत् प्रयत्न किये गये हैं, जिनका असर धरातल पर दिखाई भी दे रहा है। इन दशकों में राज्य के विकास का आधारभूत ढ़ांचा बनाने के लिये भी कई पहलुओं पर प्रयोग हुए हैं। प्रदेश के सर्वागीण विकास के लिये एक दूरगामी योजना बनाने के लिये समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों एवं विषय विशेषज्ञों को सहयोगी बनाने का हमारा प्रयास है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लोगों ने देश व दुनिया में अनेक क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा एवं योग्यता से अपनी पहचान बनायी है। हमारा प्रयास है कि समाज के अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचे, विकास में उसकी भागीदारी सुनिश्चित हो, इसके लिये राज्य के सर्वागीण विकास की रूपरेखा के निर्धारण में विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों एवं प्रबुद्धजनों को सहयोगी बनाये जाने का हमारा प्रयास है। इसके लिये इस विचार श्रृंखला की शुरूआत की गई है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बोधिसत्व विचार श्रृंखला के मंथन से निकलने वाला अमृत राज्य के लिये हितकारी होगा। उन्होंने कहा कि विचार श्रृंखला में प्राप्त सुझावों के आधार पर कार्ययोजना तैयार की जायेगी।
इस विचार श्रृंखला में जिन विषय विशेषज्ञों ने अपने विचार एवं सुझाव दिये उनमें पदमश्री कल्याण सिंह रावत, निदेशक भाभा परमाणु अनुसंधान डॉ. दिनेश असवाल, कुलपति हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय प्रो. अन्नपूर्णा नोटियाल, संस्थापक मन्दाकिनी आवाज मानवेन्द्र सिंह नेगी, फिक्की फार स्टार्टअप सुधीर पंत, तकनीकि विशेषज्ञ अधिकारी प्रहलाद सिंह, डॉ. किशन सिंह राणा, डॉ. सिद्धार्थ पाटनी, प्रो. जे.के.जोशी, प्रो. एस.ए.हामिद भाषा एवं साहित्य विशेषज्ञ प्रमुख रहे।
कार्यक्रम के संयोजन एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रो. दुर्गेश पंत ने बताया कि इस सम्बन्ध में इस माह के अन्तिम सप्ताह में बृहद स्तर पर सेमिनार का भी आयोजन किया जायेगा। इसमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों नीति आयोग के सदस्यों के साथ अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जायेगा।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।