एसआरएचयू में आयोजित कॉन्फ्रेंस का सीएम धामी व नीति आयोग के सदस्य डॉ. पॉल ने संयुक्त रूप से शुभारंभ
1 min readबुधवार को एनसीएचपीई-2022 को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वर्तमान दौर में एसआरएचयू जॉलीग्रांट चिकित्सा, शिक्षा व समाज सेवा की प्रयाग स्थली के रुप में पहचान कायम कर चुका है। साथ ही उन्होंने कहा कि चिकित्सा-शिक्षा क्षेत्र में तकनीक क्रांतिकारी बदलाव लेकर आई है। बावजूद इसके चिकित्सकों को रोगियों के उपचार में मानवीय स्पर्श का ध्यान रखना जरुरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे मेडिकल छात्र ही भविष्य के भारत में उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं का निर्धारण करेंगें। इसलिए चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता पर हमें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विशिष्ट अतिथि डॉ.वीके पॉल ने कहा कि बीते कई सालों के मुकाबले भारत ने स्वास्थ्य व चिकित्सा क्षिक्षा के क्षेत्र में तरक्की की है। कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि हमारे ऊपर राष्ट्र की एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है हम मेडिकल प्रोफेशनल्स को तैयार कर रहे हैं यदि हम सभी अपने अपने क्षेत्र में कुशलता से कार्य करें तो यही हमारा सबसे बड़ा योगदान होगा। इससे पहले कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और डॉ. विजेंद्र चौहान ने डॉ. वीके पॉल को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डॉ.ज्योति द्विवेदी के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में प्रति कुलपति व एनसीएचपीई-2022 के आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ.विजेंद्र चौहान, डॉ. अंशु, डॉ. शिराज मोहम्मद अली, डॉ. अशोक देवराड़ी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसएल जेठानी, डॉ.रेनू धस्माना, डॉ. जूही कालरा, डॉ.संजॉय दास, आदि मौजदू रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एसआरएचयू में सिम्यूलेशन लैब का किया उद्घाटन
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, नीति आयोग के सदस्य डॉ.वीके पॉल व कुलपति डॉ.विजय धस्माना ने विश्वविद्यालय में नवनिर्मित अत्याधुनिक स्किल्स एंड सिम्युलेशन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (एसएससी) लैब का भी उद्घाटन किया। अपनी तरह की यह पहली लैब होगी, जिसमें चिकित्सा-शिक्षा के छात्रों को मानव शरीर की बजाय पहले एक डमी पर कई प्रयोग करने का मौका मिलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देशभर से 300 से ज्यादा डेलीगेट जुटे
प्रति कुलपति व एनसीएचपीई-2022 के आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. विजेंद्र चौहान ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में समूचे भारत से 300 से ज्यादा डेलीगेट व चिकित्सक हिस्सा ले रहे हैं, जबकि देश-विदेश से 75 से ज्यादा रिसोर्स फैकल्टी भी हिस्सा ले रहे हैं।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।