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September 20, 2024

हॉलीडेज होमवर्क में लिखित कार्य के साथ ही स्कूली बच्चे एकत्र करेंगे स्थानीय बीज, तैयार करेंगे प्रोजेक्ट रिपोर्ट

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आज जबकि मशीनीकरण के दौर में बच्चे मिट्टी से दूर होते जा रहे हैं, ऐसे में बच्चों को पुस्तकीय ज्ञान के इतर वास्तविकता से परिचित करवाना बहुत जरूरी समझा जा रहा है। उन्हें प्रकृति से जोड़ने के उद्देश्य से राजकीय इण्टर कॉलेज बुरांसखंडा रायपुर देहरादून में सेवा संस्था एवं उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से इस वर्ष की थीम “बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन” के जरिए आमजन को जागरूक किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत रोटरी क्लब मसूरी के चेयर पर्सन पूर्व आईजी बीएसएफ मनोरंजन त्रिपाठी, प्रधानाचार्य दीपक नेगी, साथी की मैनेजिंग डॉयरेक्टर यशोधरा जोशी, बाल कल्याण परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष भूपेश जोशी एवं अभ्युदय के संयुक्त तत्वावधान में बच्चों के साथ मिलकर जैव विविधता संरक्षण एवं संवर्द्धन का अनूठा तरीका ढूंढ निकाला गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

जरूरत हो या देखा-देखी। उच्च शिक्षा अथवा रोजगार के चक्कर में भले ही गॉव वीरान हो रहे हों, किन्तु पहाड़ की आबोहवा एवं रीतिरिवाज का आकर्षण आज भी गाँव की ओर आकर्षित कर ही देता है। जंगल हों या फिर बाग-बगीचे अधिकांश गाँवों में स्थानीय फल मौसम के अनुसार उपलब्ध हो जाते हैं, और जहाँ यह सब नहीं भी हैं, वहाँ प्रयास किए जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

पुस्तकीय ज्ञान के अलावा अपने आसपास के दैनिक जीवन से सम्बन्धित पेड़ पौधों की उपयोगिता को परखने व वातावरण की समझ विकसित करने के उद्देश्य से पर्यावरण संरक्षण में छात्र-छात्राओं की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए उन्हें अवकाश के दौरान आस-पास के वन क्षेत्र में आसानी से उपलब्ध होने वाले वृक्ष, झाड़ी, घास प्रजाति यथा काफल, बाँज, किमोड, हिंसर, भंकल, मेहल, खुमानी,अखरोट आदि के बीज एकत्रित करने और अवकाश के पश्चात सरकारी मूल्य पर ये बीज उपलब्ध करवाने को कहा गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद बच्चे लिखित कार्य के साथ ही बीजों का संकलन भी जमा करते हुए दिखाई देंगे। बीज जमा करते समय बच्चों द्वारा बीजों से संबंधित जानकारी की प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार की जानी है, जिसमें बीजों का स्थानीय नाम व औषधीय उपयोग शामिल होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उल्लेखनीय है कि बच्चों को जहाँ एक ओर अपने क्षेत्र की जैव विविधता की जानकारी हासिल होगी, वहीं दूसरी ओर प्रकृति से जुड़े रहने का सुनहरा मौका ही नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में योगदान का श्रेय भी मिलेगा। आजकल जहाँ बच्चों का अधिकांश समय मोबाइल, व्हाट्सएप या फिर फेसबुक पर बर्बाद होता दिखाई देता है, उनमें एकाकीपन की आदतों से अभिभावक भी परेशान हैं। वहीं दूसरी ओर इस प्रकार की फिजिकल एक्टिविटी से वे समूह में कार्य कर अपने भविष्य के प्रति चिंतनशील हो वातावरण सृजन करते भी देखे गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

अपने बचपन की यादें साझा करते हुए आईजी त्रिपाठी ने बताया कि उन दिनों मसूरी में इतनी बर्फबारी होती थी कि अपने स्टूडेंट लाइफ में हम फिसल पट्टी से खूब एन्जॉय करते थे। आज वातावरण दूषित होने से इस तरह की एक्टिविटी कम हो गई हैं। आज की मुख्य आवश्यकता पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन की है। एक बार फिर से स्वस्थ वातावरण में जीवन जीने का आनन्द लेते दिखाई देंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्रधानाचार्य दीपक नेगी ने इस वर्ष की मुख्य थीम “बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन” की महत्त्वपूर्ण जानकारी बच्चों को दी। उन्होंने बताया कि मसूरी धनोल्टी पर्यटक स्थल होने से अक्सर लोग जाने अनजाने सड़क पर अथवा जंगल में पिकनिक मनाने हुए प्लास्टिक फेंक देते हैं। प्लास्टिक हमारे लिए ही नहीं, बल्कि जंगली जानवरों के लिए भी बहुत नुकसान पहुंचा रहा है। इतना ही नहीं मिट्टी की उर्वरक क्षमता को ही नष्ट कर दे रहा है। इसलिए सिंगल यूज प्लास्टिक और जंगली जानवरों को पका भोजन न परोसने के लिए वातावरण सृजित करना हम सबकी जिम्मेदारी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बाल कल्याण परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष भूपेश जोशी, संयुक्त सचिव कमलेश्वर प्रसाद भट्ट एवम् सेवा संस्था की मैनेजिंग डायरेक्टर यशोधरा जोशी ने भी संस्था द्वारा आमजन विशेषकर महिलाओं व बच्चों से सम्बन्धित संचालित गतिविधियों से अवगत करवाया। इस अवसर पर स्कूली बच्चों द्वारा ऑर्गेनिक सीड बॉल तैयार की गई, जिसकी उपयोगिता को देख उत्साहित होकर मुख्य अतिथि त्रिपाठी भी बच्चों के साथ सीड बॉल तैयार करने लगे। तैयार सीड बॉल पर्यावरण दिवस पर थ्रो की जायेंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

आभार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ प्रवक्ता नन्दा बल्लभ पन्त ने कहा कि विद्यालय स्तर पर पोस्टर एवम् निबन्ध प्रतियोगिता द्वारा बच्चे अपने मन की कल्पना से सन्देश देंगे, वहीं रैली निकालकर स्थानीय लोगों को भी जागरूक करेंगे। कार्यक्रम संचालन प्रवक्ता कमलेश्वर भट्ट द्वारा किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम में शामिल रोटरी क्लब मसूरी के चेयर पर्सन पूर्व आईजी बी एस एफ मनोरंजन त्रिपाठी, प्रधानाचार्य दीपक नेगी, इनर व्हील क्लव मसूरी से श्रीमती त्रिपाठी, साथी की मैनेजिंग डॉयरेक्टर यशोधरा जोशी, बाल कल्याण परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष भूपेश जोशी, संयुक्त सचिव कमलेश्वर प्रसाद भट्ट एवम् अभ्युदय के चीफ कोऑर्डिनेटर ऑपरेशन (सेवा), मनीष पंत के साथ ही वरिष्ठ प्रवक्ता नन्दा बल्लभ पंत, राजकुमार चौहान, प्रियंका घनस्याला, के पी भट्ट, भास्कर रावत, रीना तोमर, अरुणेश चमोली, प्रमोद डोभाल, विजय कांबोज, किशोर पंवार, आरती जुड़ीवाल, रोहित रावत, जय सिंह, राकेश रावत सहित स्वयंसेवी सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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