ढाई साल का प्रेम प्रसंग शादी के मंडप तक पहुंचा, ऐन वक्त पर भागा दूल्हा, 20 किमी पीछा कर दुल्हन ने दबोचा, रचाई शादी
प्रेम प्रसंग की अजीबोगरीब दास्तान। जब प्रेम परवान चढ़ा और शादी के मंडप तक पहुंचा तो प्रेमी जिम्मेदारी उठाने से घबरा गया। बस क्या था वह नौ दो ग्यारह हो गया। प्रेमिका भी उससे बढ़कर निकली और प्रेमी का पीछा किया। करीब बीस किलोमीटर दूरी तक पीछा करने के बाद उसने प्रेमी को पकड़ लिया। फिर मंदिर में ले गई और उसके साथ सात फेरे निभाए। दोनों ने साथ रहने की कसमें खाई और एक प्रेम भरी दास्तान का सुखद परिणाम निकला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
फिलहाल सोशल मीडिया पर इन दिनों एक दुल्हन की प्रेम कहानी चर्चा का विषय बनी हुई है। जब दुल्हन अपनी नई जिंदगी की खुशी मन में लिए शादी की तैयारी में मशगूल थी, उस वक्त दूल्हा मंडप से नौ दो ग्यारह हो गया। खबर जैसे ही दुल्हन को लगी, वो सब कुछ छोड़-छाड़कर अपने पिया को ढूंढने निकल गई। करीब 20 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद आखिरकार दुल्हन अपने दूल्हे को दबोच ही लेती है और फिर मंदिर में सात जन्मों का साथ निभाने की कसमें खाते हुए शादी कर लेती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यह मामला उत्तरप्रदेश के बरेली का बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि काफी देर तक घरवालों के साथ मंडप में बैठी दुल्हन दूल्हे का इंतजार करती रही। इस बीच थोड़े समय के बाद उसकी मोबाइल से दूल्हे से बात हुई। इसमें उसने बताया कि वह अपनी मां को कार्यक्रम स्थल पर लाने गया है, लेकिन दूल्हे की बात सुनकर भी दुल्हन को यकीन नहीं हुआ और वह सीधे दूल्हे को पकड़ने निकल पड़ी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बताया जा रहा है कि जिस दूल्हे के साथ दुल्हन शादी के बंधन में बंधना चाहती थी, वह उसे करीब ढाई साल से जानती थी। जब दूल्हा अचानक मंडप से भाग खड़ा हुआ तो दुल्हन ने हार नहीं मानी। उसे तलाशा और अपने सपने को पूरा कर लिया। बताया जा रहा है कि दूल्हा शहर की सीमा के बाहर एक पुलिस स्टेशन के पास बस में मिला। इसके बाद दूल्हे को पास के एक मंदिर में ले जाया गया। जहां दोनों की शादी रचाई गई। वायरल हो रही तस्वीर में जहां दूल्हा सादे कपड़ों में नजर आ रहा है। वहीं दुल्हन लाल जोड़े से सजी धजी है। वायरल हो रही इन तस्वीरों को देख चुके यूजर्स एक ओर जहां दुल्हन की हिम्मत की सराहना कर रहे हैं। वहीं शादी की जिम्मेदारी से भागते दुल्हे को जमकर फटकार लगा रहे हैं।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो। यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब (subscribe) कर सकते हैं।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।