Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 16, 2024

मंदी की मार के बीच शेयरचैट की कंपनी का दर्दभरा निर्णय, निकाले जाएंगे 20 फीसद कर्मचारी

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म शेयरचैट अपने 20 प्रतिशत कर्मचारियों को निकालने की तैयारी में है। कंपनी ने अपनी इस निर्णय के लिए बाह्य आर्थिक कारणों को जिम्मेदार बताया है। ताकि वह वर्तमान में अपनी कॉस्ट को कायम रख सकें। बैंगलुरु की मोहल्ला टेक प्राइवेट लिमिटेड के मालिकाना हक वाली शेयरचैट ने कहा है कि यह निर्णय काफी दर्दभरा है। साथ ही कंपनी का कहना है कि वह ऐप मोज से भी 20 प्रतिशत कर्मचारियों को बाहर करेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी के इतिहास में हमें काफी मुश्किल और दर्दभरे निर्णय लेने पड़ रहे हैं। कंपनी ने कहा कि ये लोग हमारी स्टार्ट अप कंपनी में जुड़े और काफी टेलेंटेड लोग हैं। कंपनी का यह भी कहना है कि कंपनी को अपनी खर्चों और ज्यादा असरदार काम में निवेश की जरूरत है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कंपनी का दावा है कि कंपनी ने पिछले छह महीनों में आय के लिए कई उपाय किए हैं और अपने खर्चों को संयमित किया है। कंपनी का कहना है कि काफी सोच विचार के बाद कर्मचारियों को कम करने का निर्णय लिया गया है। ताकि भविष्य के हम तैयार हो सकें. यह माना जा रहा है कि अगले साल बाजार में मंदी के आसार हैं, जिसकी वजह से कंपनी को सतर्क होने की जरूरत है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कंपनी अब आने वाले दो सालों के लिए तैयार हो रही है और कंपनी का कहना है कि वह अपने विज्ञापनों के जरिए आय को दोगुना करने की ओर बढ़ रही है। साथ ही लाइव स्ट्रीमिंग से आय को भी दोगुना करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि अनिश्चित आर्थिक हालातों से निपटा जा सके।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page