चारधाम में गैर हिंदुओं के प्रवेश से पहले होगा सत्यापन, संतों ने की थी प्रतिबंध की मांग
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा है कि चार धाम यात्रा में आने वाले लोगों को पहले सत्यापन कराया जाएगा।

चार धाम क्षेत्रों में गैर हिंदुओं के प्रवेश वर्जित करने को लेकर उठ रही मांग पर आज मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा उत्तराखंड शांत रहना चाहिए। हमारे प्रदेश की संस्कृति बची रहनी चाहिए। बाहर के जिन लोगों का उत्तराखंड में सत्यापन नहीं हुआ है उनका सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन अभियान चलाने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कहा उत्तराखंड के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक छवि बरकरार रहनी चाहिए।
सीएम ने कहा कि चार धाम यात्रा शुरू होने वाली है, उससे संबंधित सभी तैयारियां हों, जिसके लिए बैठक हुई। पिछले साल 17-18 अक्टूबर को आपदा आई थी, जिसकी जानकारी हमें पहले मिल गई थी तो हमने अच्छे से तैयारी की थी। इससे जान माल को नुकसान नहीं हुआ था। आगे भी कोई घटना ना हो इसे लेकर बैठक हुई है
उत्तराखंड में अगले महीने से चार धाम की यात्रा शुरू हो जाएगी। इससे पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा में आने वाले संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जाएगी। यात्रा पर जाने से पहले लोगों को सत्यापन कराया जाएगा। हालांकि, मुख्यमंत्री ने किसी धर्म विशेष के लोगों के सत्यापन को लेकर कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा को लेकर किसी तरह की अव्यवस्था न हो, इसलिए यूपी, दिल्ली तथा अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं का वेरिफिकेशन कराया जाएगा।
आज मंगलवार को सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम स्थलों से गैर हिंदुओं पर प्रतिबंध लगाने की मांग पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम अपनी संस्कृति को बचाने के लिए अभियान चलाएंगे। हम कोशिश करेंगे कि जिनके पास उचित सत्यापन नहीं है, वे इसे करवा लें। जिन लोगों के कारण स्थिति अस्थिर हो सकती है, वे राज्य में प्रवेश न करें।
भ्रष्टाचार को लेकर हमने एक फोन नंबर लांच किया है 1064। उसे हम प्रभावी रूप में काम में लेंगे। सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार की शिकायत हो तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाए। सीएम धामी ने कहा कि हमारा राज्य शांत प्रदेश है, यहां असामाजिक तत्वों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि हम राज्य में बिजली संकट से निपटने की कोशिश कर रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हम अतिरिक्त मात्रा में बिजली खरीदेंगे।
बता दें कि कई साध्वी प्राची समेत कई संतों ने ऐसी मांग रखी थी कि चार धाम की यात्रा में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर पाबंदी लगाई जाए। संतों का कहना है कि दूसरे के धर्मस्थलों पर किसी हिंदू के आने-जाने की अनुमति नहीं है, लेकिन हिंदुओं के धार्मिक स्थलों पर बाकी धर्म के लोग आते-जाते रहते हैं। शंकराचार्य परिषद ने भी संतों की मांग का समर्थन करते हुए यही मांग दोहराई थी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।