Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

March 15, 2025

विधायक निधि, कोरोना में एक करोड़ खर्च की छूट, आपस में उलझ रहे विधायक और मंत्री

कोरोना की रोकथाम और मरीजों के उपचार के लिए विधायक निधि से एक करोड़ खर्च करने के सरकार के ऐलान के बाद अब विधायक और मंत्री ही आपस में भिड़ने लगे हैं।


कोरोना की रोकथाम और मरीजों के उपचार के लिए विधायक निधि से एक करोड़ खर्च करने के सरकार के ऐलान के बाद अब विधायक और मंत्री ही आपस में भिड़ने लगे हैं। ये लड़ाई सेवा के लिए है या फिर पैसों को खर्च करने या फिर कोई और कारण। मीडिया में जो खबरें छनकर आ रही हैं, वो उत्तराखंड में भाजपा सरकार के लिए ठीक नहीं कही जा सकती है। एक दूसरे के काम पर अंगुली उठाने में कहीं पीड़ित न पिस जाए, इसका भी ध्यान रखना जरूरी है।
कैबिनेट मंत्री ने उठाए सवाल
त्रिवेंद्र सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाने के तीन दिन बाद अब कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने तीरथ सरकार की कार्यशैली को भी कठघरे में खड़ा कर दिया। जोशी ने त्रिवेंद्र सरकार पर कोरोना संक्रमण रोकने के लिए समय रहते पर्याप्त इंतजाम न करने का आरोप लगाया था, वहीं अब उन्होंने रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ की ओर से गत दिनों रायपुर स्टेडियम में बनवाए गए 30 बेड के कोविड केयर सेंटर पर सवाल उठाते हुए अपनी की सरकार को सवालों में खड़ा कर दिया। वहीं, विधायक उमेश काऊ भी त्रिवेंद्र सिंह रावत के घोर विरोधी रहे। उन्होंने भी अब मंत्री गणेश जोशी के सवालों पर पलटवार किया।
भाजपा की आपसी कलह उजागर
हालांकि, इस पूरे मामले में काऊ के साथ जोशी की आपसी तल्खी को भी मुख्य वजह माना जा रहा, लेकिन सरकार की ओर से की गई व्यवस्था पर सार्वजनिक तौर पर सवाल उठाने से जोशी न केवल सरकार की मुश्किलें बढ़ा बैठे, बल्कि भाजपा नेताओं में चल रही आपसी कलह की ‘आग’ में और घी डाल दिया। विपक्षी कांग्रेस को सरकार को घेरने का मुद्दा अलग थमा दिया।
त्रिवेंद्र के साथ भी चला वाकयुद्ध
मार्च में प्रदेश की सत्ता में चेहरा परिवर्तन के बाद तीरथ सिंह रावत सरकार में पहली मर्तबा कैबिनेट मंत्री बने मसूरी के विधायक गणेश जोशी का अतिरेक उन पर भारी पड़ने लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उन्हें अनुभवहीन बताकर पहले ही सवालों में खड़ा कर दिया है, जबकि अब जोशी का विधायक काऊ से टकराव सामने आ गया। पिछले कुछ दिनों से रायपुर स्टेडियम स्थित कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे मंत्री जोशी का अचानक वहां जाना और स्वास्थ्य सेवा में खामी निकालना सीधे तौर पर विधायक काऊ पर निशाना साधना माना जा रहा है।
धन की बर्बादी का आरोप
देहरादून में रायपुर स्थित कोविड केयर सेंटर को लेकर पिछले कई दिनों से कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और रायपुर विधायक उमेश शर्मा के बीच चल रहा शीतयुद्ध गुरुवार को सतह पर आ गया। सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री ने उसकी उपयोगिता पर सवाल उठाते हुए सरकारी धन की बर्बादी के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि वहां आईसीयू है ही नहीं। इस पर विधायक उमेश शर्मा ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मंत्री बिना देखे बोल रहे हैं। आईसीयू में 14 मरीज भर्ती हैं। खुद मुख्यमंत्री भी आईसीयू का निरीक्षण करके गए हैं।
जोशी ने लगाए ये आरोप
निरीक्षण के दौरान गणेश जोशी ने कहा कि रायपुर स्थित कोविड केयर सेंटर में सरकारी धन की बर्बादी की जा रही है। अधिकारी गलत जानकारी देकर भ्रम फैला रहे हैं। अधिकारियों को ये तक पता नहीं है कि यहां कितने आईसीयू और ऑक्सीजन बेड हैं। उन्होंने कहा कि वह सरकारी धन के दुरुपयोग और अधिकारियों की लापरवाही की रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। प्रभारी मंत्री जोशी ने कहा कि सर्वे चौक स्थित तीलू रौतेली कोविड केयर सेंटर में 128 बेड की व्यवस्था है। वहां केवल चार मरीज भर्ती हैं। रायपुर में 350 बेड उपलब्ध हैं, जिनमें केवल 20 लोग भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकारी धन की बर्बादी है। उन्होंने कहा कि दोनों जगह के मरीजों को एक जगह शिफ्ट किया जाए।
अधिकारी गंभीर नहीं
जोशी ने कहा कि अधिकारी लोगों के स्वास्थ्य को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं। सीएमओ डा. अनूप डिमरी को फटकार लगाते हुए उन्होंने कहा कि आईसीयू और ऑक्सीजन बेड को लेकर झूठ बोला जा रहा है। बेड तो कोई भी लगा सकता है, लेकिन महामारी को देखते हुए अभी ऑक्सीजन सिलिंडर और आईसीयू उपकरण की जरूरत है। इस दौरान अन्य विधायकों ने भी सीएमओ की लचर कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। इस दौरान रायपुर विधायक उमेश शर्मा, राजपुर विधायक खजानदास, धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, एडीएम वीर सिंह बुदियाल, उप नगर आयुक्त मोहन सिंह बर्निया समेत अन्य मौजूद रहे।
विधायक का पलटवार
रायपुर विधायक उमेश शर्मा ने मीडिया से कहा कि रायपुर स्थित कोविड केयर सेंटर में 30 आईसीयू का सेटअप तैयार है। निरीक्षण के लिए आए जिले के कोविड प्रभारी मंत्री गणेश जोशी वहां गए ही नहीं, जहां आईसीयू लगे हुए हैं। यह कहना है। उन्होंने कहा कि मंत्री कोविड केयर सेंटर में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।
जहां कोविड केयर सेंटर, वहां नहीं गए मंत्री
उन्होंने कहा कि मंत्री और उनके साथ मौजूद विधायकों ने हैंगर के उस हिस्से का निरीक्षण किया, जहां तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए बेड लगाए जा रहे हैं। उन्हीं को देखकर मंत्री भड़क गए और अधिकारियों को फटकार लगा दी। जहां कोविड केयर सेंटर और आईसीयू सेटअप है, वहां तो मंत्री गए ही नहीं। उन्होंने बताया कि वहां 14 आईसीयू और 41 ऑक्सीजन बेड पर मरीज हैं।
किया ये दावा
उमेश शर्मा ने दावा किया कि केरल के विशेषज्ञ हमारे डॉक्टरों और सपोर्ट स्टाफ को आईसीयू संचालन की ट्रेनिंग दे रहे हैं। स्टाफ की ट्रेनिंग पूरी होने के साथ ही सभी 30 आईसीयू का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि दून मेडिकल कॉलेज की टीम ने आईसीयू का निरीक्षण किया और कुछ अन्य व्यवस्थाएं करने को कहा। उन्होंने बताया कि आज से सभी 30 आईसीयू का संचालन शुरू कर दिया जाएगा
सीएम ने जताया था संतोष
हालांकि, जोशी यह नहीं समझ पाए कि इसमें सीधे सरकार के ऊपर भी बात आएगी। दरअसल, दो दिन पूर्व ही खुद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अफसरों के साथ रायपुर सेंटर का निरीक्षण किया था और व्यवस्था पर संतोष जताया था। इसके बावजूद जोशी ने वहां निरीक्षण कर न सिर्फ सरकारी धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया, बल्कि सेंटर बनाने के फैसले पर ही सवालिया निशान लगा दिया। हालांकि फिजूलखर्ची के संबंध में जब रायपुर विधायक को फोन किया गया तो उनकी बजाय पीए ने फोन उठाया। बताया कि बिजी हैं।
कांग्रेस ने लपका मुद्दा
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मंत्री गणेश जोशी व विधायक उमेश शर्मा काऊ के बीच चल रही इस आपसी तनातनी का मुद्दा लपकते हुए कांग्रेस ने राज्य सरकार की कोरोना से बचाव की व्यवस्था को झूठ करार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि सरकार सफेद झूठ बोल रही है और इसी का परिणाम है कि कैबिनेट मंत्री भी सरकार की कार्यशैली व आपदा में धन के दुरुपयोग पर सवाल उठा रहे। दसौनी ने इंटरनेट मीडिया पर भी इस बारे में टिप्पणी की। आरोप लगाया कि भाजपा नेता अपनी सरकार के लिए झूठा प्रचार कर जनता को छल रहे हैं। जिसे 170 बेड का अस्पताल और जिसमें 30 आइसीयू बताए जा रहे थे, उसका सच खुद कैबिनेट मंत्री ने सामने ला दिया है।
रायपुर में डेडीकेकेड कोविड-19 हेल्थ केयर सेंटर
पिछले कुछ दिनों से विवादों में चल रहा राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम रायपुर देहरादून में स्थापित 250 बेडेड कोविड-19 सेंटर को डेडीकेटेड कोविड-19 हेल्थ केयर सेंटर के रूप में करने का आदेश कर दिया गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य चीफ अमित सिंह नेगी ने इसके आदेश जारी किए हैं इसके तहत 250 बेड के कोविड- केयर सेंटर में डेडीकेटेड कोविड-19 हेल्थ सेंटर का संचालन राजकीय दून मेडिकल कॉलेज देहरादून के द्वारा आगामी 6 माह अथवा संक्रमण के दृष्टिगत चिकित्सालय के संचालन की आवश्यकता रहने तक की जाएगी।
इसके लिए राजकीय दून मेडिकल कॉलेज देहरादून के द्वारा अपने वर्तमान पदीय कर्तव्यों के साथ-साथ अतिरिक्त रूप में इसका संचालन किया जाएगा। चिकित्सालय के संचालन के लिए यथा आवश्यक मानव शक्ति की तैनाती राजकीय दून मेडिकल कॉलेज देहरादून के द्वारा की जाएगी। इस कोविड-19 साले के संचालन के लिए रोगियों के खानपान की व्यवस्था लॉन्ड्री सफाई व्यवस्था तथा आवश्यक व्यवस्थाएं हैं। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज देहरादून में प्रचलित व्यवस्था के अनुसार सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा जीवन रक्षक व आवश्यक किया दवाइयों का करें राजकीय दून मेडिकल कॉलेज देहरादून के द्वारा अनुमोदित दरों पर किया जाएगा। यदि चिकित्सालय के संचालन के लिए उपलब्ध चिकित्सीय उपकरणों के अतिरिक्त आदि अन्य किसी उपकरणों की आवश्यकता हो तो उन उपकरणों का क्रय भी यथा आवश्यकता अनुमोदन के आधार पर किया जाएगा। इसे रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने बड़ी उपलब्धि बताया।

 

Website |  + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page