ललित मोहन गहतोड़ी का होली गीत-करिया… करियो
करिया… करियो …
अच्हांरे… जनता नेता भरोसो झन करिया
करियो आपन जुगाड़ जनता…
नेता भरोसो झन करिया ।।टेक।।
उजले वस्त्र काला चश्मा।।२।।
मीठी लगन लगाय…
जनता नेता भरोसो झन करिया… करियो …
साम दाम और दंड के ज्ञाता।।२।।
अपने भेद छुपाया…
जनता नेता भरोसो झन करिया… करियो…
ख्वाब दिखावैंगे रंगे महलके।।२।।
खाली समय गंवाय…
जनता नेता भरोसो झन करिया… करियो …
जनता का यह हक मार जावै।।२।।
अपने घूमे कार…
जनता नेता भरोसो झन करिया… करियो …
पांच साल में रंक से राजा।।२।।
जनता मूरख गंवार…
जनता नेता भरोसो झन करिया… करियो …
कवि का परिचय
नाम-ललित मोहन गहतोड़ी
शिक्षा :
हाईस्कूल, 1993
इंटरमीडिएट, 1996
स्नातक, 1999
डिप्लोमा इन स्टेनोग्राफी, 2000
निवासी-जगदंबा कालोनी, चांदमारी लोहाघाट
जिला चंपावत, उत्तराखंड।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।