एमपी के मंत्री का विरोध, सीपीएम उतरी सड़क पर, एमपी के मंत्री शाह का फूंका पुतला

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना की ओर से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पूरे देश की जनता खुश थी। इस ऑपरेशन का नेतृत्व कर रही दो महिला सैन्य अफसर में एक का दोष सिर्फ इतना था कि वह मुस्लिम है। ऐसे में एमपी के कैबिनेट मंत्री एवं बीजेपी के नेता अजय शाह ने उनके खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी कर डाली। उन्हें आतंकवादियों की बहन तक कह डाला। इस बात को लेकर हाईकोर्ट ने उक्त मंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। वहीं, बीजेपी के नेता इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। ऐसे बयान का पूरे देश में विरोध हो रहा है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कर्नल सोफिया कुरैशी पर साम्प्रदायिक टिप्पणी पर मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के मंत्री अजय शाह का पुतला दहन कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने देहरादून के गांधी पार्क के समक्ष कर्नल सोफिया कुरैशी पर साम्प्रदायिक एवं अभद्र टिप्पणी पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए अजय शाह का पुतला दहन किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि भाजपा देशभर में तिरंगा यात्रा निकालकर ऑपरेशन सिन्दूर का जश्न मना रही हैं। वहीं, ऑपरेशन सिंदूर का नेतृत्व करने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी एवं विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कर देश का गौरव बढ़ाया, लेकिन यहां बीजेपी की एमपी में सरकार के मंत्री कर्नल सोफिया पर सांप्रदायिक टिप्पणी कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वक्ताओं ने कहा कि कर्नल सोफिया पर टिप्पणी करना एक सोची समझी नीति का हिस्सा है। देहरादून में राजपुर रोड स्थित पार्टी कार्यालय से गांधी पार्क तक जुलूस निकालकर पहुंचे सीपीएम कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के खिलाफ भी जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि यदि मध्य प्रदेश का हाईकोर्ट उक्त साम्प्रदायिक टिप्पणी पर हस्तक्षेप नहीं करता, तो मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होती। अब प्रदेश सरकार को चाहिए कि उन्हें गिरफ्तार करें। साथ ही मध्यप्रदेश सरकार उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वक्ताओं ने इस सन्दर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा रक्षा मंत्री, गृहमंत्री कि चुप्पी पर भी खेद व्यक्त किया है। वक्ताओं ने कहा है कि कोर्ट ने पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR पर असंतोष जताया और यह सुनिश्चित करने के लिए जांच की निगरानी करने का फैसला किया कि प्रक्रिया निष्पक्ष हो। साथ ही हाईकोर्ट ने विजय शाह की टिप्पणी को अपमानजनक, खतरनाक और गटर की भाषा बताया। वक्ताओं ने इस मामले में हाईकोर्ट के हस्तक्षेप का स्वागत किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस दौरान आयोजित सभा में सीपीएम के राज्य सचिव राजेंद्र पुरोहित, जिलासचिव शिवप्रसाद देवली, देहरादून सचिव अनन्त आकाश, सचिव मंडल के सदस्य लेखराज, कमरूद्दीन, भगवन्त पयाल, किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह सजवाण आदि ने विचार व्यक्त किये। प्रदर्शन करने वालों में विजय भट्ट, शम्भू प्रसाद ममगाई, दमयंती नेगी, रविन्द्र नौडियाल, अभिषेक भंडारी, किरण यादव, विनोद कुमार, अर्जुन रावत, राजेन्द्र शर्मा, यूएन बलूनी, प्रदीप कुमार, एन एस पंवार, इन्देश नौटियाल, कमलेश खन्तवाल, कनिका, सोनू कुमार, गुरु प्रसाद, आनन्दमणि डंगवाल, योगेन्द्र नेगी, शाबाज, नितिन आदि शामिल रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।