केदारनाथ प्रवासियों के अतिरिक्त तीन प्रमुख वर्ग सम्मेलनों का होगा आयोजनः महेंद्र भट्ट
उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि केदारनाथ उपचुनाव में सबसे बड़ी जीत के उद्देश्य से भाजपा केदारनाथ प्रवासियों के अतिरिक्त तीन प्रमुख वर्ग सम्मेलन आयोजित करने जा रही है। मुख्यमंत्री समेत सभी स्टार प्रचारकों के कार्यक्रम को अंतिम रूप दे दिया है। उन्होंने अल्मोड़ा मे हुए बस हादसे को लेकर कांग्रेसी आरोपों को राजनैतिक बताते हुए राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम को सादगी से मनाने की पहल का स्वागत किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में जानकारी दी कि केदारनाथ में पार्टी कार्यकर्ता बूथ एवं पन्ना स्तर पूरी सक्रियता से प्रचार अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है कि मतदान प्रतिशत में वृद्धि करते हुए अब तक के सर्वाधिक अंतर से जीत हासिल की जाए। इसके लिए पार्टी वहां महिला, अनुसूचित जाति एवं पूर्व सैनिकों के तीन बड़े सम्मेलन आयोजित करने वाली है। इसके माध्यम से डबल इंजन डबल इंजन सरकार के उपलब्धियां एवं योजनाओं की जानकारी को जनता से साझा किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी तरह केदारनाथ प्रवासियों को मतदान करने के लिए प्रेरित करने के लिए विभिन्न शहरों में प्रवासी सम्मेलन आयोजित किए जाने हैं। देहरादून में तय दो बड़े सम्मेलन में से एक संपन्न किया गया है। वहीं दिल्ली में होने वाले प्रवासी सम्मेलन में वह स्वयं प्रतिभाग करने वाले हैं। इसके अतिरिक्त 10 नवंबर को लुधियाना में भी होने वाले प्रवासी सम्मेलन में भी वह शामिल होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव के लिए बीजेपी ने सभी 40 स्टार प्रचारकों के कार्यक्रम तय कर दिए गए हैं। इसके तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तीन बड़े कार्यक्रमों में वहां मौजूद रहेंगे। वहीं वह स्वयं 11 से 18 नवंबर तक केदारनाथ विधानसभा में चुनाव की दृष्टि से विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करने वाले हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीजेपी नेता महेंद्र भट्ट ने उपचुनाव में अब तक की सबसे बड़ी जीत का दावा करते हुए कहा कि जनसंख्या की दृष्टि से केदारनाथ विधानसभा मातृशक्ति प्रमुख सीट है। जब से यह सीट अस्तित्व में आई, भाजपा ने हमेशा वहां मातृशक्ति को ही पार्टी उम्मीदवार के रूप में प्रतिनिधित्व दिया है। राज्य में महिलाओं के उत्थान एवं सम्मान के लिए किए कार्यों एवं स्वर्गीय शैला रानी रावत और आशा नौटियाल की सक्रियता एवं छवि का लाभ पार्टी को मिलने वाला है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मार्चुला हादसे पर कांग्रेसी आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसे संवेदनशील और दुखद घटना को लेकर राजनीति करने से सभी को बचना चाहिए। राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर लापरवाही के आरोपों को सिरे से निकलते हुए उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल युद्ध स्तर पर बचाव कार्य किए गए। जमीनी स्तर से लेकर हवाई एंबुलेंस तक से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं, पीड़ित परिजनों के अनुसार उच्च से उच्च स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत तमाम प्रशासनिक तंत्र ने घटनास्थल एवं अस्पतालों में पहुंचकर राहत कार्यों को तेज करने का काम किया। इसमें कोई दो राय नही कि इस दुखद घटना में जो लोग चले गए, उनके स्थान को भरना असंभव है, लेकिन फिर भी आर्थिक मदद के तौर पर पीएम मोदी ने दो लाख एवं राज्य सरकार ने चार लाख रुपये सभी दुखी परिवारों को दिए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महेंद्र भट्ट ने बस हादसे के चलते राज्य स्थापना दिवस के सभी कार्यक्रमों को सादगी से मनाने के मुख्यमंत्री धामी के निर्णय का स्वागत किया है। इसे जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक देवभूमिवासी इस घटना से गमगीन है। लिहाजा सरकारी स्तर सांस्कृतिक कार्यकम का किया जाना उचित नहीं था। चूंकि प्रदेश अपने स्थापना के रजत जयंती वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है, लिहाजा कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं जनहित में जरूरी हैं। ऐसा करते हुए सादगी रखने का निर्णय संवेदशीलता का परिचायक है।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।