एमआई 17 में डिसबैलेंस होकर लड़खड़ाने लगा घायल हेलीकॉप्टर, पायलट ने किया ड्राप, नदी किनारे बिखरा मलबा और हो गई उसकी मौत
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हादसे का का शिकार होने के बाद घायल हेलीकॉप्टर का उपचार नहीं हो सका। उपचार से पहले ही उसकी मौत हो गई। ये बात कुछ अटपटी लगेगी, लेकिन सच है। ऐसी घटना आज की है, जो उत्तराखंड के केदारनाथ धाम से संबंधित है। हादसे का शिकार हुए घायल हेलीकॉप्टर की किस्मत में शायद दोबारा से ठीक होना नहीं था। ऐसे में वह दोबारा हादसे का शिकार होकर मलबे में बदल गया। यानि कि उसकी मौत हो गई। अब हम इस रहस्य से पर्दा उठाते हैं कि आखिरकार कहानी क्या है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लैंडिंग के दौरान क्रेश हुआ था हेलीकॉप्टर
दरअसल 24 मई को क्रिस्टल एविएशन कंपनी के हेलीकॉप्टर में लैंडिंग के दौरान तकनीकी खराबी आ गई थी। इस पर पायलट ने सूझबूझ से हेलीकॉप्टर को केदारनाथ हेलीपैड से कुछ दूर पहले ही आपात स्थिति में लैंडिंग कराई थी। पायलट की सूझबूझ से हेलीकॉफ्टर में सवार सभी यात्री बचा लिए गए थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उपचार से पहले ही उड़े परखच्चे
इस हेलीकॉप्टर को ठीक करने के लिए ले जाने को से वायु सेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर की मदद ली गई। इसे हैंग करके गौचर हवाई पट्टी पहुंचाया जा रहा था। थारु कैंप के पास इस दौरान एमआई 17 डिसबैलेंस होने लगा। खतरे को भांपते हुए पायलट ने खाली स्थान देखते हुए इस हेलीकॉप्टर को घाटी में ड्रॉप कर दिया। वायर टूटने से हेलिकॉप्टर डिसबैलेंस होने लगा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
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उन्होंने बताया कि इस हेलीकॉप्टर में कोई यात्री या समान नहीं था। सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। टीम स्थिति का मुआयना कर रही है। उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि हेलीकॉप्टर क्रैश में किसी के हताहत होने संबंधित अफवाह न फैलाई जाए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।