बाजपुर में खनन मजदूरों की 100 झोपड़ी आग से राख, देर रात हुआ हादसा
उत्तराखंड में उधमसिह नगर जिले के बाजपुर क्षेत्र में सोमवार की रात आग से खनन मजदूरों की सौ झोपड़ियां जलकर राख हो गई। इस दौरान किसी की जानमाल का नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन मजदूरों का सबकुछ जल गया। पूरी रात क्षेत्र में लोगों की चीख पुकार मचती रही।

उत्तराखंड में उधमसिह नगर जिले के बाजपुर क्षेत्र में सोमवार की रात आग से खनन मजदूरों की सौ झोपड़ियां जलकर राख हो गई। इस दौरान किसी की जानमाल का नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन मजदूरों का सबकुछ जल गया। पूरी रात क्षेत्र में लोगों की चीख पुकार मचती रही।
बंजारी गेट कोसी नदी दाबका में खनन के चलते सैकड़ों श्रमिक उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों से आकर परिवार सहित यहां खनन कार्य करते हैं। ये मजदूर नदी के आसपास ही झोपड़ी बनाकर निवास करते हैं। बीती सोमवार की रात खाना बनाने के दौरान चूल्हे से उठी आग ने एक झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते आग इतनी विकराल हो गई कि आबादी में फैल गई। तेज हवा के कारण करीब सौ झोपड़ियों को चपेट में ले लिया।
एक-एक करके झोपड़ियों में आग फैलती गई और श्रमिकों के परिवारों में हाहाकार मचने लगा। बाजपुर फायर स्टेशन के इंतजाम नाकाफी पड़ गए। काशीपुर से फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मंगानी पड़ीं। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। श्रमिकों ने आग में अपनी पूरी कमाई गंवा दी। हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई है।
बताया जा रहा है कि अग्निकांड में चार ट्राली, 20 बैलगाड़ी, दर्जनों टायर और करीब 100 श्रमिकों की झोपड़ियां में रखा घरेलू सामान जलकर राख हो गया। बाजपुर फायर प्रभारी दिनेश पाठक ने बताया कि आग इतनी भयंकर थी कि लोग दहशत में हैं।




