फेसबुक में महिला ने की दोस्ती, वीडियो कॉल कर प्रेमी की बना दी निवस्त्र वीडियो और ठग लिए 50 हजार, अन्य मामले भी जानिए
पहले फेसबुक पर एक व्यक्ति से महिला ने दोस्ती की। फिर दोस्ती प्यार में बदल गई। फिर महिला उसे वीडियो कॉल करने लगी। एक दिन व्यक्ति उसके जाल में फंस गया और अपनी निवस्त्र वीडियो उसे भेज दी। फिर वही हुआ जो साइबर ठग कर रहे हैं। महिला ने उसे ब्लैकमेल करने शुरू कर दिया। उससे पचास हजार रुपये ठग लिए। इस पर व्यक्ति ने साइबर सेल से मदद की की गुहार लगाई। रविवार को साइबर थाने में कुछ इसी तरह के मुकदमें दर्ज हुए। यहां इन मुकदमों के बारे में बताया जा रहा है, ताकी पढ़ने वाले लोग ऐसे अपराधियों से झांसे में आने से बचें और सतर्क रहें।
साइबर थाने के मुताबिक जीएमएस रोड़ देहरादून निवासी एक व्यक्ति ने थाने पर शिकायत दर्ज करायी कि वे फेसबुक चलाते हैं। फेसबुक पर ही उनकी एक अंजान महिला से दोस्ती हुई। कुछ समय पश्चात उन दोनो के मध्य आपसी बातचीत होने लगी। फिर एक दिन उक्त महिला मित्र ने उन्हें विडियो कॉल कर दबाब में लाकर उसे निर्वस्त्र होने पर मजबूर कर दिया। साथ ही उनकी न्यूड वीडियो की रिकॉर्डिंग कर ली। इसके बाद से उन्हें ब्लेकमेल करना शुरू कर दिया। उसने धमकाया कि वह उसकी वीडियो सोशल मीडिया में डाल देगी। इस पर डरकर उन्होंने महिला के बताए बैंक खाते में 50,000 रुपये जमा करा दिए।
पुलिस ने खाता कराया फ्रीज
शिकायत प्राप्त होने पर थाने से उपनिरीक्षक निर्मल भट्ट ने संबंधित नोडल अधिकारी से सम्पर्क कर कोटक महिन्द्रा बैंक में संदिग्ध खाते को फ्रीज करा दिया है। साथ ही खाताधारक का पता लगाने के लिए पुलिस टीम संबंधित जनपद के लिए रवाना की गई है।
ओएलएक्स में बाइक तो बिकी नहीं, उल्टे लग गई 72 हजार की चपत
देहरादून के बसंत विहार क्षेत्र के एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई कि उसने अपनी केटीएम बाइक बेचने के लिए ओएलएक्स में विज्ञापन डाला। इस पर एक व्यक्ति का उन्हें फोन आया। उसने कहा कि गूगल पे के माध्यम से वह भुगतान करेगा। उसने उन्हें गूगल पे का लिंक भेजा। इस पर क्लिक करने पर उनके खाते से 72 हजार रुपये उड़ गए। इस मामले में साइबर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
नौकरी लगाने के नाम पर ठगे एक लाख 40 हजार
देहरादून के गढ़ी कैंट निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत की कि एक व्यक्ति ने उन्हें फोन कर खुद को रिक्रूटमेंट ऑथौरिटी बताया। साथ ही कहा कि वह अपोलो अस्पताल में नौकरी दिला देगा। इसके आवेदन की फीस 750 रुपये बताये गये खाते में जमा कराई। इसके कुछ दिन बाद उसने दोबारा फोन किया और बताया कि आपका चयन हो गया है। साथ। ही विभिन्न तिथियों में अलग अलग शुल्क के नाम पर लगभग एक लाख 40 हजार रुपये से अधिक की धनराशि बताये गये खातो में जमा करवा ली। इस पर साईबर थाने से उपनिरीक्षक निर्मल भट्ट ने एक्सिज बैंक के उन खातों को फ्रीज करा दिया, जहां रकम जमा कराई गई थी। साथ ही खाताधारक की जानकारी जुटाई जा रही है।
बैंक के नाम पर धोखाधड़ी
देहरादून में यमुना कालोनी निवासी एक महिला ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई कि एक व्यक्ति ने फोन करके खुद को पीएनबी कस्टमर केयर अधिकारी बताया। बातों ही बातों में उसने महिला के बैंक खाते का नंबर, एटीएम कार्ड की जानकारी के साथ ही ओटीपी प्राप्त कर लिया। इस दौरान उसके खाते से 49990 रुपये उड़ा दिए।
रिफंड कराई राशि
इस मामले की जांच उप निरीक्षक प्रतिभा की ओर से की गई। जानकारी मिली कि साइबर ठग ने विभिन्न ऑनलाईन गेटवे का प्रयोग करते हुये धनराशि स्थानान्तरित की। इस पर तत्काल विभिन्न नोडल अधिकारियों से कार्यवाही के लिए सम्पर्क किया गया। जिसमें से पेटीएम से शिकायतकर्ता के 49990 रुपये रिफंड करा दिए गए। पीड़ित महिला ने साईबर थाने की कार्यवाही की प्रशंसा करते हुए धनराशि वापस कराने पर आभार व्यक्त किया गया। अब साइबर पुलिस संदिग्ध व्यक्ति के खातों का विवरण लेकर उसकी गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
साइबर सुरक्षा टिप
पुलिस ने साइबर सुरक्षा के लिए लोगों को अहम टिप्स दी है। जो इस प्रकार है-
-ऑनलाईन प्लेटफार्म पर खरीदारी या सामान बेचते वक्त द्वितीय पार्टी में तत्काल विश्वास ना करें। सामान को भौतिक रुप से देखने व विक्रेता/क्रेता से व्यक्तिगत रुप में मिलकर ही भुगतान करें ।
-अधिकांशतः देखा गया है कि साइबर ठगो की ओर से स्वयं को भारतीय सेना में कार्यरत बताया जाता है। सामान को खरीदने या बेचने के लिए सोशल साईट्स पर संपर्क किया जा रहा है। ऐसे मामलो में सावधानी बरते। किसी भी दशा में अग्रिम भुगतान न करें, सामान प्राप्त होने पर ही भुगतान करें।
-ऑनलाईन जॉब दिलाने वाली वेबसाईट पर रजिस्ट्रेशन के उपरान्त यदि आपको फोन काल / वाट्सअप के माध्यम से चयनित होने / नौकरी प्राप्त करने के लिये धनराशि की मांग की जाती है तो सतर्क हो जायें। किसी भी प्रकार की धनराशि जमा करने से पूर्व भली प्रकार जांच (भौतिक सत्यापन) अवश्य कर लें ।
-कभी भी अपनी व्यक्तिगत या बैंकिग डिटेल्स को फोन व वाट्सअप कॉल पर किसी से भी साझा न करें। कोई भी बैंक या वॉलेट आपको फोन कर आपकी बैंकिग डिटेल नही मांगता है ।
-कोई भी बैंक डाक्यूमैन्ट वैरिफेकेशन / अपडेट के लिये किसी को भी फोन पर अपनी बैंकिंग डिटेल शेयर न करें ।
-फेसबुक अथवा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अन्जान व्यक्ति से दोस्ती न करें। कोई भी लालच / बहकावे में न आयें ।
-अपने कम्प्यूटर को हैंग (HANG) होने से बचायें। किसी भी स्पैम/ अनचाहे लिंक को खोलने से कतराए।
किसी भी साईबर शिकायत या सुझाव के लिए–
संपर्क: 0135-2655900
email- ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in
फेसबुक – https://www.facebook.com/cyberthanauttarakhand/
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।