ये कैसी आल वेदर रोड, दरक रही हैं पहाड़ियां, बंद हो रहे हैं रास्ते
मंगलवार को गंगोत्री हाइवे का एक हिस्सा चुंगी बड़ेथी के पास गंगा भागीरथी नदी में समा गया। यहां आलवेदर रोड के तहत कार्य चल रहा है। कच्ची पहाड़ियों का सीना चीरकर सड़कों को चौड़ा करने के लिए जो विध्वंश किया गया, अब उसका परिणाम भूस्खलन के रूप में सामने आ रहा है। रास्ता बंद होने से लोगो ने आवागमन के लिए दूसरे मार्ग को अपनाया, लेकिन बुधवार शाम को ये मार्ग भी भूस्खलन की चपेट में आ गया।
अब तो लोग आलवेदर रोड के निर्माण पर ही सवाल उठाने लगे हैं। सड़क को बनाने वाली कंपनी एनएचआइडीसीएल (nhidcl) के प्रति भी लोगों का गुस्सा बढ़ रहा है। आल वेदर रोड निर्माण भाजपा सरकार यानी पीएम नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। भाषणों में सीएम से लेकर सारे भाजपा नेता इसे उपलब्धि की तरह बखान करते हैं। भाषणों में तो लगता है कि ये सड़क आल वेदर को झेल रही है, लेकिन हकीकत उलट है। पहाड़ियां दरक रहीं हैं। बार बार भूस्खलन से सड़कें दरक रही हैं।
लोगों का कहना है कि जिस कंपनी को सड़क का काम दिया, उसे पर्वतीय क्षेत्र की स्थिति का सही ज्ञान नहीं है। बुधवार को हुए बड़ेथी के पास हुए भूस्खलन में एक कार भी चपेट में आ गई। गनीमत रही कि इसमें सवार लोग पहले ही वाहन से निकलकर सुरक्षित स्थान पर भाग खड़े हुए और उनकी जान बच गई।
उत्तरकाशी से हरदेव पंवार की रिपोर्ट
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।