देखें वीडियोः हरक से बोले हरीशः आपदा के समय सांप और नेवले भी एक हो जाते हैं, हम तो हैं भाई, पुण्य कमाने का मौका
राजनीति और जंग में सब कुछ जायज है। इसमें कौन कब किसका दुश्मन बन जाए और दोस्त ये कहा नहीं जा सकता है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का कुछ समय पहले तक 36 का आंकड़ा चल रहा था। दोनों एक दूसरे के खिलाफ जमकर बयानबाजी की बैटिंग कर रहे थे। फिर अचानक दोनों के तेवर बदलने लगे। हाल में वनमंत्री ने हरक सिंह रावत ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि हरीश रावत उनके बड़े भाई हैं। वह उनके सामने नतमस्तक हैं। इसके बाद से कड़वाहट कम होने और नजदीकियों की चर्चा शुरू हो गई। अब रामनगर के आपदाग्रस्त चुकुम गांव पहुंच पूर्व सीएम ने हरक से फोन पर बात कर कहा कि आपदा के वक्त तो सांप और नेवला भी एक साथ तैर जाते हैं। हम दोनों तो भाई हैं। इसलिए निवेदन और सलाह है कि प्रभावित इलाकों का दौरा करें। बकौल हरदा वनमंत्री ने इसके लिए हामी भी भर दी।अब पूर्व सीएम हरीश रावत और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बीच फोन की बातचीत का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। वहीं, हरीश रावत ने खुद इस वीडियो को को सोशल मीडिया में जारी किया। नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र में चुकुम गांव में आपदा से बीस से ज्यादा मकान ध्वस्त हुए और खेत बह गए। क्षेत्र के दौरे के दौरान, हरीश रावत की हरक सिंह रावत से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने फोन से बात कराई। इस दौरान भाजपा छोड़कर कांग्रेस में वापसी करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने भी हरक सिंह रावत से बात की।
इस बातचीत के संबंध में हरीश रावत ने सोशल मीडिया में लिखा कि- आपदा ग्रस्त क्षेत्र चुकुम गांव पहुंचकर आपदा प्रभावित लोगों से मुलाकात की व उनकी समस्याओं को सुना। सुंदरखाल व चुकुम गांव वासियों को हो रही परेशानी व विस्थापन के संबंध में वन मंत्री उत्तराखंड सरकार Dr Harak Singh Rawat जी से बातचीत की। उनसे अनुरोध किया कि वो भी यहां आकर जायजा लें। इस संबंध में प्रमुख सचिव आनंद वर्धन जी एवं चीफ कंजरवेटर धकाते जी से भी वार्ता की। इस दौरान उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष श्री Ganesh Godiyal जी, पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री Yashpal Arya जी, कांग्रेस नेता संजय नेगी जी, ग्राम प्रधान जी सहित अन्य कांग्रेसजन मौजूद रहे।
पूर्व सीएम हरीश रावत रविवार को रामनगर के पास स्थित चुकुम और सुंदखाल गांव में आपदा के पीड़ितों से मिलने गए थे। दोनों गांव के विस्थापन को लेकर फाइल लंबे समय से अटकी हुई है। इसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने ग्रामीणों के सामने वनमंत्री को फोन कर कहा कि मैंने सोचा दोनों भाईयों को मिला दूं। इसके बाद फोन पूर्व सीएम को थमा दिया। जिसके बाद अपने अंदाज में बात करते हुए कहा कि हम दोनों तो भाई हैं। आज हमारे लोगों पर बड़ी आपदा आई है।
जब हम एक जगह (एक पार्टी में) थे और यशपाल जी भी साथ थे। तब इन लोगों के विस्थापन को लेकर कागज चलाया था, लेकिन इस समय वन विभाग के पास फाइल रुकी हुई है। अगर कांग्रेस की सरकार रहते हम लोग कर जाते तो पुण्य भी हमें मिलता, लेकिन अब वनमंत्री होने की वजह से पुण्य कमाने की स्थिति में आप है। इसलिए जरा हाथ लगाईये। साथ ही चुकुम और सुंदरखाल के लोगों से मिलने पहुंचे। वहीं, दोनों के बीच हुई इस वार्ता को लेकर अब उत्तराखंड की राजनीति में भी तमाम चर्चाएं हो रही है।
खुद बात करने के बाद हरीश रावत ने पूर्व कैबिनेट मंत्री से भी फोन पर हरक सिंह रावत की बात कराई। जिस पर यशपाल ने वनमंत्री से कहा कि आप कर सकते हैं, क्योंकि आप में क्षमता भी हैं। यहां लोगों की स्थिति दयनीय है। जमीन तक बह गई। यशपाल ने कहा कि चुकुम व सुंदरखाल के निरीक्षण के दौरान मैं भी आपके साथ रहूंगा।




