Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

April 15, 2025

वोट बड़ा कि बड़ा आदमीः जल रहे हैं जंगल, हेलीकाप्टर आग बुझाने को नहीं, पुष्प वर्षा के लिए, दिल्ली से चल रही धामी सरकार

वोट बड़ा कि बड़ा आदमी। ये सवाल सबसे महत्वपूर्ण है। जो हर सरकार के लिए फिट बैठता है। लोकसभा चुनाव हैं, तो वोट ही बड़ा होगा। क्योंकि उत्तराखंड के जंगल आग से धधक रहे हैं। चार मई की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 24 घंटे के भीतर प्रदेश में आग की 64 नई घटनाएं हुईं, जिनमें कुल 75 हेक्टेयर वन क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचा है। फायर सीजन में अब तक कुल 868 घटनाओं में 1086 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है। आग की घटनाओं में अब तक तीन व्यक्तियों की मौत हो गई है। वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दूसरे राज्यों में लोकसभा चुनाव के प्रचार में व्यक्त हैं। हालांकि, वह दिल्ली में बैठकर उत्तराखंड को लेकर चिंता करते दिखाई दे रहे हैं। चिंता यह है कि चारधाम के कपाट खुलने पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। हमारा कहना इतना है कि यदि संभव होता तो हेलीकाप्टर से जंगल की आग बुझाने के प्रयास होते, तो अच्छा लगता। जनता के टैक्स का पैसा ऐसे काम पर खर्च होता, जिससे राज्य की भलाई होती। खैर सीएम का अपना निर्णय है और अपनी सोच है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वर्चुअल रूप से मुख्य सेवकों को झंडी दिखाकर किया रवाना
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिलहाल दिल्ली से ही सरकार चला रहे हैं। वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये अधिकारियों के साथ बैठक कर रह हैं। साथ ही उन्हें आवश्यक निर्देश दे रहे हैं। रविवार को उत्तराखंड सदन नई दिल्ली से वर्चुअल रूप से उन्होंने बाबा केदारनाथ डोली यात्रा के साथ चलने वाले मुख्य सेवक के भंडारा कार्यक्रम के 300 सेवादारों की टीम को मुख्य सेवक सदन मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय देहरादून से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने बाबा केदारनाथ डोली यात्रा के साथ चलने वाले मुख्य सेवक के भंडारा कार्यक्रम की शुभकामनायें देते हुये कहा कि आगामी 10 मई से हमारी चारधाम यात्रा प्रारम्भ होने वाली है। ये हमारे लिये उत्सव का वातावरण तैयार करती है। साथ ही हम सब चारधाम यात्रा जल्दी से जल्दी प्रारम्भ हो, इसका इन्तजार बेसब्री से करते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा का एक बहुत बड़ा उत्सव पूरे उत्तराखंड, देशवासियों, भक्तगणों, श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों के लिये होता है। इस अवसर पर हम सब लोग अपने-अपने तरीके से इस पुण्य में सम्मिलित होते हैं तथा इस पुण्य में भण्डारे के आयोजन की अपनी अलग ही भूमिका है। जिसके लिये उन्होंने इस आयोजन में शामिल टीम लीडर हिमांशु चमोली सहित महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड आदि के युवाओं को हार्दिक बधाई व शुभकामना दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पिछले वर्ष आयोजित किये गये मुख्य सेवक के भंडारा कार्यक्रम का उल्लेख करते हुये कहा कि पिछले वर्ष इस भण्डारा कार्यक्रम का आयोजन बहुत ही शानदार रहा तथा हजारों श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों ने इस भण्डारे का प्रसाद ग्रहण किया, जिसके सफल आयोजन का सन्देश पूरे देश में गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा का जिक्र करते हुये कहा कि विगत दिवस उन्होंने चारधाम यात्रा के साथ ही वर्तमान में जंगलों में जो वनाग्नि हो रही है, उसके लिए अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। ये आग हमारे लिये एक चुनौती हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे सभी आपस में सामंजस्य स्थापित करते हुये एक ऐसा मैकेनिज्म बनायें ताकि जल्दी से जल्दी इस वनाग्नि पर हम सब लोग काबू पा सकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से भी वनों को बचाने के लिये अपना पूरा सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह वन सम्पदा हमारी धरोहर है, इसको हमें हर हाल में बचाना है तथा सभी को वनों को बचाने में अपना योगदान देना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी चारधाम यात्रा सुगम और सुरक्षित हो इसके लिये पेयजल, परिवहन, विद्युत, स्वास्थ्य, आपदा प्रबन्धन, पुलिस, यातायात, लोक निर्माण आदि विभागों की समीक्षा की है तथा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि चारधाम यात्रा की सभी तैयारियां आगामी 10 मई तक हर हाल में पूरी हों। ताकि यहां आने वाले श्रद्धालु अच्छा सन्देश लेकर जायें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा हमारे लिये चुनौती भी है, क्योंकि प्रत्येक वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या निरन्तर बढ़ रही है। इस बार भी यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है। उन्होंने कहा कि जिस दिन धामों के कपाट खुलेंगे, उस दिन हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की जायेगी। उत्तराखण्ड मेजवान है तथा हमारा दायित्व बनता है कि पिछले वर्ष की चारधाम यात्रा के अनुभवों से सीख लेकर इस यात्रा को और अच्छा करें। यह यात्रा किसी व्यक्ति की न होकर पूरे देश की यात्रा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सरकार की ओर से ये दी गई जानकारी
सरकारी प्रेस नोट में बताया गया कि देवभूमि उत्तराखंड के पावन हिमालयी क्षेत्रों में विराजे हमारे चारों धाम विश्वभर के सनातन प्रेमियों की आस्था के केंद्र हैं। कपाट खुलने से पहले भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोगमूर्ति चल विग्रह उत्सव डोली यात्रा, पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से अपने धाम के लिए प्रस्थान करती है। इस दौरान बाबा केदार की उत्सव डोली यात्रा में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के भोजन आदि की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रेरणा से प्रदेश के युवाओं द्वारा भंडारे का आयोजन किया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आगे बताया गया कि पिछले साल की तरह इस साल भी युवाओं का यह समूह 05 मई से 10 मई तक मुख्य सेवक का भंडारा कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है। भंडारे को उखीमठ, गुप्तकाशी, फाटा, गौरीकुंड और केदारनाथ में सफलतापूर्वक सम्पन्न करने के लिए सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस पूरे मुख्य सेवक भंडारा कार्यक्रम के दौरान साफ-सफाई और पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा जायेगा। कपाट खुलने के दिन मंदिर प्रांगण में भजन गायक कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के मौके पर इस अवसर पर संस्कृति, साहित्य, कला परिषद उपाध्यक्ष मधु भट्ट, केके मदान, नवीन पिरशाली, दिनेश त्रिपाठी, मनीष सजवाण, सुबोध सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

जंगल की आग को लेकर दिए निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्य सचिव को दूरभाष पर निर्देश दिए हैं कि जिलाधिकारियों को एक सप्ताह तक प्रतिदिन वनाग्नि की निरंतर मॉनिटरिंग करने के निर्देश तत्काल जारी किए जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों को सभी प्रकार के चारे को जलाने पर तत्काल प्रभाव से एक सप्ताह के लिए पूरी तरह से प्रतिबंधित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही शहरी निकायों को भी अपने ठोस कूड़े को वन या वनों के आसपास जलने पर प्रतिबंधित करने के निर्देश दिए।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page