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November 12, 2024

देखें वीडियोः राजपथ पर परेड व झाकियां, हिमवीरों ने फहराया तिरंगा, पीएम ने पहनी उत्तराखंडी टोपी, उत्तराखंड में उत्साह

राजधानी दिल्ली के राजपथ पर परेड के समय में भी बदलाव किया गया है। इस बार परेड आधा घंटा देरी से हो रही है। वहीं, सुबह सुबह देश की सीमाओं पर ऊंची चोटियों में हिमवीरों (आइटीबीपी के जवान) ने तिरंगा लहराया।

देश में 73वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज ही के दिन 1950 में देश में संविधान लागू हुआ था और इसके साथ ही भारत एक संप्रभु राज्य यानी गणतंत्र बन गया था। इस मौके पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम को इस बार कोविड की वजह से 90 मिनट तक सीमित किया गया है। राजधानी दिल्ली के राजपथ पर परेड के समय में भी बदलाव किया गया है। इस बार परेड आधा घंटा देरी से से शुरू हुई। वहीं, सुबह सुबह देश की सीमाओं पर ऊंची चोटियों में हिमवीरों (आइटीबीपी के जवान) ने तिरंगा लहराया।

पीएम मोदी ने पहली उत्तराखंडी टोपी
राजपथ पर जब PM मोदी पहुंचे तो वह आकर्षण का अलग केंद्र बनते दिखे। उनका ड्रेस लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा था। उन्होंने आज उत्तराखंड की टोपी पहनी। जिस पर ब्रह्मकमल का फूल बना हुआ है। यह उत्तराखंड का राजकीय पुष्प है। पीएम मोदी जब केदारनाथ में पूजा करने पहुंचे थे, तब उन्होंने यही फूल चढ़ाए थे। पीएम मोदी ने मणिपुर का स्टॉल भी कंधे पर डाल रखा था।

देखें लाइव कार्यक्रम

इससे पहले प्रधानमंत्री नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे, जहां उन्होंने देश के लिए अलग-अलग युद्धों और सैन्य ऑपरेशनों में शहीद हुए करीब 26000 जवानों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद पीएम मोदी ने वहां रखे विजिटर बुक में हस्ताक्षर किए। नेशनल वॉर मेमोरियल से पीएम सीधे राजपथ पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का हाथ जोड़कर स्वागत किया। इसके बाद ध्वजारोहण हुआ और राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रीय तिरंगे को 21 तोपों की सलामी दी गई। इसके बाद परेड की शुरुआत हुई।
इस मौके पर सेना के चार एमआई-17 और एक वी-5 हेलीकॉप्टर ने तिरंगे और तीनों सेना के झंडों के साथ आसमान से राजपथ पर फूल बरसाए। इसका दर्शकों को बेसब्री से इंतजार था। ध्वजारोहण के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस के ASI बाबू राम को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। पूंछ के रहने वाले बाबू राम ने 29 अगस्त 2020 को श्रीनगर के पंथा चौक पर आतंकी हमले में घिरे पहले लोगों को उनके घरों से सुरक्षित निकाला, फिर अपने साथी को बचाया था और तीन आतंकियों को मार गिराया था। इस दौरान वे शहीद हो गए।
राजपथ पर जोशीले धुनों के बीच ‘नारी शक्ति’ की झलक भी देखने को मिली, जब राफेल की एकमात्र महिला फाइटर शिवांगी सिंह ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सलामी दी। इसके अलावा राजपथ पर देश की विविध संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए अलग-अलग राज्यों की झांकी भी प्रदर्शित की गई। 29 जनवरी को विजय चौक पर ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह के लिए एक ड्रोन शो की योजना बनाई गई है जिसमें एक हजार स्वदेश निर्मित ड्रोन शामिल होंगे।

उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों ने 12000 फीट की ऊंचाई पर भारत का 73वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस मौके पर जवानों का जोश देखने लायक था। माइनस से नीचे तापमान पर भी जवानों ने भारत माता की जय के नारों से सीमाओं पर सन्नाटे तो तोड़ते हुए एक जोश भरा।

लद्दाख में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के हिमवीर जवानों ने 15,000 फीट की ऊंचाई पर तिरंगा फरहाया। यहां इस वक्त तापमान -35 डिग्री सेल्सियस से नीचे है। इस कड़ाके की सर्दी में सुबह ध्वजारोहण के बाद जवानों ने मार्च पास्ट भी किया।

कड़ी सुरक्षा
राजधानी दिल्ली के साथ ही अन्य राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है। संवेदनशील स्थलों पर पिछले कुछ दिनों से ही पुलिस ने चेकिंग अभियान में तेज कर दिया था। राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर है। जगह-जगह वाहनों की चेकिंग की जा रही है।
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर दिया गया राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का संदेश-

उत्तराखंड में राज्यपाल ने किया ध्वजारोहण
उत्तराखंड में गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह देहरादून स्थित परेड ग्राउंड में आयोजित किया जा रहा है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने ध्वजारोहण किया। साथ ही परेड की सलामी ली। इस अवसर पर सेना, आइटीबीपी, पुलिस, पीएसी, होमगार्ड, पीआरडी के जवानों ने मार्च पास्ट किया। वहीं, दूसरी ओर आइटीबीपी के जवान हिमवीरों ने उत्‍तराखंड के 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित औली में शून्य से 20 डिग्री नीचे सेल्सियस तापमान में गणतंत्र दिवस मनाया।

मुख्य सचिव ने सचिवालय में किया ध्वजारोहण
उत्तराखंड में मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने बुधवार को सचिवालय में गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण कर सचिवालय के सभी अधिकारियों कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने कहा कि भारत का संविधान दुनिया के लिखित संविधानों में सबसे बड़ा संविधान है, जिसमें दुनिया के सभी संविधानों के अच्छे बिंदुओं का समावेश किया गया है। मुख्य सचिव ने समानता पर बल देते हुए कहा कि सचिवालय के परिपेक्ष में समानता की प्रासंगिकता और ज्यादा हो जाती है। हमें इस बात पर फोकस करने की आवश्यकता है कि देश और प्रदेश के सबसे गरीब आदमी को न्याय मिल सके। दूरस्थ क्षेत्रों के गरीब और आमजन अपनी समस्याओं को लेकर सचिवालय तक नहीं आ सकते। उनकी इन समस्याओं को हल करने के लिए हमें लगातार प्रयास करने होंगे।

इसके लिए ई-गवर्नेंस और ई-ऑफिस को पूर्ण रूप से इंप्लीमेंट करने की आवश्यकता है। इससे दूरस्थ क्षेत्रों के गरीब तबके को भी अपनी समस्याओं को सचिवालय, मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री तक पहुंचाने में आसानी होगी। ई-ऑफिस के माध्यम से एक आम आदमी जो यहां तक नहीं पहुंच पाता कॉमन सर्विस सेंटर या अन्य ऑनलाइन साधनों के माध्यम से अपनी समस्याओं को सरकारी सिस्टम तक पहुंचा सकेगा और इसकी मॉनिटरिंग भी आसानी से हो सकेगी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर सचिवालय एथलेटिक्स एंड फिटनेस क्लब द्वारा आयोजित दौड़ प्रतियोगिता के लिए महिला एवं पुरुष धावकों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द वर्धन, प्रमुख सचिव, सचिव, अपर सचिव एवं अधिकारी – कर्मचारी उपस्थित थे।

उत्तराखंड पुलिस ने ली संकल्प की शपथ
उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने ध्वजारोहण कर कार्मिकों को गणतंत्र दिवस संकल्प की शपथ दिलाई। इसके उपरान्त उन्होंने गणतंत्र दिवस 2022 के अवसर पर पुलिस कर्मियों को उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह, सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह प्रदान कर सभी पदक विजेताओं को बधाई दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारा कर्तव्य है संविधान की रक्षा करना। हमारे देश की एकता और अखण्डता को बनाए रखना हमारी मुख्य भूमिका है।

उन्होंने कहा कि हमने सभी चुनौतियों का डटकर सामाना किया है। पुलिस समाज के लिए बनी है। हमारा संविधान प्रत्येक नागरिक को बहुत से अधिकार देता है और उन अधिकारों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। पीड़ितों, महिलाओं, गरीब व कमजोर वर्ग के लोगों के अधिकरों की रक्षा कर उन्हें सुरक्षा और न्याय दिलाना भी हमारा कर्तव्य है। उन्होंने समस्त पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों से अपने कार्यों के प्रति ईमानदार एवं पारदर्शी रहते हुए कर्तव्यपालन में अडिग रहने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक निदेशक अभियोजन पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन अभिनव कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस संचार अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना एवं सुरक्षा संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक कार्मिक ए पी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण पूरन सिंह रावत, पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ पुष्पक ज्योति, पुलिस महानिरीक्षक सीआईडी विमला गुंज्याल, सहित समस्त अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अपर पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस महानिदेशक की सहायक जया बलोनी ने किया।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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