पुलिस ने ऐसे पकड़ा वाहन में टक्कर मारने वाला, आप भी पढ़िए रोचक कहानी

नेहरू कॉलोनी पुलिस ने दोपहिया युवक की मौत के बाद उसे टक्कर मारने वाले वाहन चालक तक पहुंचने में पापड़ बेलने पड़ गए। काफी मशक्कत के बाद दस दिन में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उस तक पहुंचने के लिए पुलिस ने जो कहानी बताई वो बेहद की रोचक है। कैसे एक एक कड़ी को जोड़ते हुए पुलिस असल आरोपी तक पहुंची।
पुलिस के मुताबिक नेहरू कालोनी थाने में आठ जनवरी को एक व्यक्ति ने सूचना दी थी कि किसी वाहन ने उसके भाई लोकेश पंवार को टक्कर मार दी थी। इससे उसकी मौत हो गई। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर वाहन की तलाश शुरू की। पुलिस के मुताबिक घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरे नहीं होने के कारण टक्कर मारने वाले वाहन के बारे में जानकारी जुटाना असंभव सा हो रहा था।
घटनास्थल के आसपास के लोग भी परस्पर विरोधाभासी जानकारी दे रहे थे। निरीक्षण के दौरान सिर्फ इतना ही अंदाज हुआ कि टक्कर किसी दूध ले जाने वाले दोपहिया वाहन ने मारी है। इस पर समस्त मार्गों में लगे निजी और सरकारी कैमरों का बारीकी से विश्लेषण कर लगभग 50 के करीब दूध वालों को चिह्नित कर उनसे पूछताछ की गई। साथ ही घटनास्थल पर उनकी उपस्थिति का बारीकी से विश्लेषण किया गया।
जब कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी तो घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। दुर्घटना का अनुमान लगाया गया। मृतक के वाहन का बारीकी से निरीक्षण किया गया। मृतक के वाहन के अगले पहिए पर हल्का सा टेप का लाल टुकड़ा मिला। इससे पुलिस टीम को दिशा मिली कि घटना में किसी लाल रंग की टेप लगे वाहन की भूमिका है। इस पर उस दिन घटनास्थल वाले रूट पर चले करीब 300 से अधिक वाहनों का बारीकी से निरीक्षण किया। टीम को एक ई रिक्शा मिला, जिसके पिछले भाग की लाल टेप हल्की सी खुर्ची हुई थी।
इस पर ई रिक्शा चालक को तलाशा गया और उससे पूछताछ की गई। पूछताछ में उसने बताया कि किसी दूधवाले की मोटरसाइकिल से टकराने के बाद उसकी गाड़ी उसके ई रिक्शा के पिछले भाग से टकराई थी। अब फिर पुलिस ने सीसीटीवी का बारीकी से विश्लेषण करने पर एक मोटरसाइकिल के घटनास्थल के आसपास मिलने की जानकारी मिली। उक्त मोटरसाइकिल सुपर स्प्लेंडर थी।
इस पर पुलिस ने क्षेत्र में दूध बांटने वालों की जानकारी जुटाई। बारीकी से विश्लेषण किया तो पता चला की एक वाहन चालक ने अपने दूध बांटने के समय में घटना के दिन के पश्चात से एक घंटे का बदलाव किया है। इस पर टीम को उक्त पर शक हुआ व पुलिस ने वाहन चालक सावेज पुत्र इकबाल निवासी हाल पीएमबी एटीएम चौक के पास बंजारावाला को पकड़ा। वह बिहारीगढ़ उत्तर प्रदेश का मूल निवासी है। पूछताछ में उसने दुर्घटना में अपनी भूमिका होना स्वीकार किया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।