लखीमपुर खीरी में हिंसा के खिलाफ दून में विभिन्न जन संगठनों ने गांधी पार्क में किया प्रदर्शन, योगी और मोदी का पुतला दहन
रविवार को यूपी के लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को वाहन से कुचलने और हिंसा के विरोध में देहरादून में सीपीआई (एम) और विभिन्न जनसंगठनों ने गांधी पार्क के सामने प्रदर्शन किया।

विभिन्न जनसंगठनों से जुड़े लोग सोमवार की दोपहर राजपुर रोड स्थित गांधी पार्क के समक्ष एकत्र हुए और केंद्र व भाजपानीत राज्य सरकारों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इस मौके पर लखीमपुर खीरी की घटना की कड़ी निंदा की गई। साथ ही वक्ताओं ने कहा कि सरकार कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को हिंसा से कुचलना चाहती है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब तक मांग पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रखा जाएगा।
इस अवसर पर वक्ताओं ने मोदी तथा योगी सरकार पर गैरजिम्मेदाराना, गैरजनतात्रिक रवैये का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि केन्द्र सरकार के गृह राज्यमन्त्री मिश्रा को तत्काल बर्खास्त किया जाए। साथ ही घटना के मुख्य आरोपी उनके बेटे सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। इस अवसर पर मोदी और योगी का पुतला भी जलाया गया।
प्रदर्शनकारियों में सीपीएम के राज्य सचिव मंडल की इन्दु नौडियाल सीपीएम देहरादून सचिव अनन्त आकाश, एसएफआई के अध्यक्ष नितिन मलेठा, जिलाध्यक्ष शैलेंद्र परमार, डीएवी के अध्यक्ष मनोज कुंवर, अमन कंडारी, मोहित, जनवादी महिला समिति के महामंत्री नुरैशा अंसारी, सीआइटीयू केउपाध्यक्ष रामसिंह भंडारी, कोषाध्यक्ष रविन्द्र नौडियाल, दयाकृष्ण पाठक, नरेन्द्र कुमार, सुरेशी नेगी, रोशन मौर्य, एमएम नौडियाल, अमरजीत सिंह, विनोद कुमार, डीवाईएफआई नेता राजेश अग्रवाल, पार्टी नेता अर्जुन सिंह रावत, उदयराम ममंगाई आदि ने सभा को संबोधित किया।
लखीमपुर खीरी की घटना
गौरतलब है कि पिछले महीने के अंत में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा मिश्रा ने कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि यह 10-15 लोगों का विरोध है और उन्हें लाइन पर लाने में सिर्फ दो मिनट लगेंगे। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य का लखीमपुर खीरी में एक कार्यक्रम था। इन नेताओं का काले झंडे दिखाने के लिए किसान काफी संख्या में खड़े थे। बताया जा रहा है कि दोनों नेता दूसरे रास्ते से कार्यक्रम स्थल चले गए। तभी मंत्री के काफीले में शामिल तीन कारें आई और किसानों की भीड़ को कुचल दिया। इस हादसे में चार किसानों की मौत हो गई। इसके बाद हिंसा भड़की और काफिले में शामिल कारों सहित कई वाहनों में आग लगा दी गई। एक कार में सवार चालक सहित तीन लोगों की हत्या कर दी गई। हालांकि किसानों का कहना है कि चारों लोगों की मौत कार पलटने से हुई। वहीं, किसानों का आरोप है कि उन पर गोलियां चलाई गई। आरोप है कि किसानों को कुचलने वाली कार में मंत्री का बेटा था। यूपी पुलिस ने लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे सतीश मिश्रा समेत 14 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सतीश मिश्रा को लखनऊ से हिरासत में लिया गया है। यूपी पुलिस ने धारा 302, 120बी और अन्य धाराओं में यह केस दर्ज किया है। वहीं, घटनास्थल की तरफ जा रही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को रोका गया और हिरासत में लिया गया। इसके साथ ही सपा नेता अखिलेश यादव सहित कई नेताओं को घर से बाहर नहीं निकलने दिया गया।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।