उत्तराखंड कांग्रेस ने लगाया विधानसभा में भर्ती का घोटाला, प्रदेश अध्यक्ष ने कहा-चहेतों को रेबड़ी की तरह बांटी नौकरी

करन माहरा ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है, लेकिन वहां की विधानसभा में भी मात्र 543 कर्मचारी अधिकारी कार्यरत हैं। वहीं, 70 विधानसभाओं वाले छोटे से राज्य उत्तराखंड ने नौकरियां बांटने के मामले में उत्तर प्रदेश को भी पछाड़ दिया है। 85000 करोड़ के कर्ज में डूबे राज्य उत्तराखंड की विधानसभा में कर्मचारियों की संख्या 560 पार कर गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
माहरा ने कहा की जिन लोगों को नौकरियां मिली हैं, उनकी पृष्ठभूमि पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। जिस तरह से नेताओं ने अपने करीबियों को नौकरी दिलवाने के लिए पैरवी की है, वह उत्तराखंड के युवाओं के भविष्य के साथ कुठाराघात है। माहरा ने कहा कि यह सच बात है कि उत्तराखंड में बेरोजगारी आज विकराल रूप ले चुकी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सिर्फ पहुंच वाले और बड़े लोगों के सगे संबंधियों को ही मौका दिया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
माहरा ने कहा कि अवसर सबके लिए एक समान होने चाहिए और कोई भी भर्ती हो वह मेरिट के आधार पर होनी चाहिए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पैसा लेकर नौकरी देने की जिस तरह की बातें सूत्रों से निकल कर आ रही हैं, यदि उसमें सत्यता है तो यह राज्य के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और घातक है। उन्होंने कहा कि जिन 129 लोगों को विधानसभा में रखा गया है उनमें से ज्यादातर लोगों की सफेदपोशों के साथ निकटता सर्वविदित है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि नौकरी पाने वालों में पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के पीआरओ, कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के पीआरओ, संगठन महामंत्री अजेय कुमार के पीआरओ, सीएम के दो ओ एस डियो की पत्नियां हैं। उन्होंने इस तरह की कार्यप्रणाली और परिपाटी की निंदा करते हुए कहा कि यह राज्य के लिए बहुत ही अधिक चिंतनीय और घातक है। क्योंकि यही परिपाटी युवाओं में हो रहे आक्रोश और अवसाद को जन्म दे रही है। माहरा ने कहा कि उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य के भविष्य के लिए इस तरह की बंदरबांट अच्छे संकेत नहीं है (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्वास्थ्य विभाग के संविदाकर्मियों ने कांग्रेस अध्यक्ष का जताया आभार
उत्तराखंड में स्वास्थ विभाग के संविदाकर्मी ने अपने पक्ष में कैबिनेट की बैठक में फैसला होने पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का आभार जताया। इन संविदाकर्मियों को कोरोनाकाल में सेवा में रखा गया था। बाद में कोरोना के मामले कम होने पर नौकरी से हटा दिया गया था। इसके बाद से वे आंदोलनरत थे। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का संघर्ष के दौरान साथ देने के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संविदा कर्मियों ने उनसे मुलाकात कर उनका धन्यवाद और आभार व्यक्त किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने कहा कि कोरोना वारियर्स के आन्दोलन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा एवं कांग्रेस पार्टी द्वारा उनकी लडाई मे सहयोग करते हुए उनको सेवा विस्तार दिये जाने की लगातार मांग की गई थी। लंबे आंदोलन के उपरान्त सरकार द्वारा उनका सेवा विस्तार किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर भारत जोडो यात्रा के प्रदेश मीडिया प्रभारी पीके अग्रवाल, मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी, मीडिया सलाहकार अमरजीत सिंह, कार्यकारी महानगर अध्यक्ष जसविन्दर सिंह गोगी, मानवेन्द्र सिंह, विरेन्द्र पोखरियाल, मीडिया पैनलिस्ट राजेश चमोली, नवनीत सती, कपिल भाटिया, रॉबिन त्यागी आदि कांग्रेसजन उपस्थित थे।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।