उत्तराखंड के सीएम ने की विभागों की समीक्षा, अब पूर्व चयनित स्थान पर बनेगा ये पुल, आपदा में मदद को बढ़ाए जा रहे हाथ
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सचिवालय में सिंचाई विभाग एवं शिक्षा विभाग की समीक्षा की। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सीएम घोषणाओं के तहत कार्य प्रगति की स्पष्ट जानकारी दी जाए। शासनादेश हो चुके कार्यों, जिन कार्यों की डीपीआर बन चुकी है एवं कार्यों की भौतिक प्रगति क्या है, इस सब की पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई जाय। दीर्घावधि के कार्यों के लिए 15 जून तक सारे पेपर वर्क पूर्ण कर लिये जाय, ताकि मानसून सीजन के बाद कार्यों में तेजी लाई जा सके। अधिकारी कार्यों का निरंतर स्थलीय भ्रमण कर निरीक्षण करें।
सिंचाई विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश कि सीएम घोषणाओं के तहत कार्यों को लेकर सुनिश्चित किया जाए की कार्य निर्धारित समय में पूर्ण हो। कार्यों की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो घोषणा विभाग द्वारा अन्य विभागों को स्थांतरित की जा रही हैं, वे जल्द स्थांतरित की जाय।
उन्होंने कहा कि कार्यों में अनावश्यक विलंब न हो, इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। ग्रीष्मकाल एवं आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए कार्यों में तेजी लाई जाय। कार्यों में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारियों से समन्वय स्थापित किया जाए। जन प्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाय।
शिक्षा विभाग की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन स्कूलों में अभी पेयजल, शौचालय एवं फर्नीचर की पूर्ण व्यवस्था नहीं है, शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर इन स्कूलों ये व्यवस्थाएं कराई जाय। जिला योजना का 15 प्रतिशत बजट स्कूलों में विभिन्न व्यवस्थाओं हेतु खर्च किया जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा के साथ ही मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों।
बैठक में जानकारी दी गई कि सिंचाई विभाग की 193 सीएम घोषणाओं में से 105 घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं, शेष पर कार्य प्रगति पर है। शिक्षा विभाग की 137 सीएम घोषणाओं में से 103 पूर्ण हो चुकी हैं, 34 घोषणाओं पर प्रक्रिया गतिमान है। बैठक में सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, एसए मुरुगेशन, सुरेन्द्र नारायण पाण्डेय, अपार सचिव आर राजेश कुमार, शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडेय, सिंचाई एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
पूर्व चयनित स्थान बन बनेगा पुल
ऋषिकेश से श्रीनगर के बीच व्यासी से आगे सिंघटाली में बनने वाले पुल को अब पूर्व में चयनित स्थान पर ही बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि इस पुल के निर्माण को लेकर जनता बीते कई वर्षों से मांग उठा रही थी, जिसके निर्माण का अब रास्ता साफ हो गया है। उन्होंने कहा कि जनता की मांग पर इस पुल को पूर्ववर्ती स्थान पर ही बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पुल की डीपीआर व बजट तैयार है। उन्होंने जल्दी से जल्दी इस पुल का निर्माण शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने बताया कि इस पुल का निर्माण होने से न केवल टिहरी, पौड़ी जिलों के लोगों को लाभ होगा बल्कि यह पुल प्रदेश के दोनों मंडलों गढ़वाल व कुमाऊं के बीच की दूरी भी घटाएगा।
उन्होंने बताया कि ऋषिकेश से श्रीनगर के बीच व्यासी से आगे सिंघटाली गांव में इस पुल का निर्माण किया जाएगा। सिंघटाली, व्यासी, सतपुली, सिद्धखाल, रिखणीखाल, नैनीडांडा, रामनगर होते हुए यह मार्ग कुमाऊँ को भी जोड़ने का कार्य करेगा। गौरतलब है कि इस पुल का निर्माण टिहरी जिले के नरेंद्रनगर ब्लॉक के सिंघटाली व जनपद पौड़ी के यमकेश्वर ब्लॉक के ढांगूगढ़ में गंगा नदी के ऊपर किया जाना है।
आर्ट ऑफ लिविंग के सदस्यों ने की मदद
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से सचिवालय में आर्ट ऑफ लिविंग एवं आइएएचवी के प्रतिनिधियों ने भेंट की। इस दौरान उन्होंने कोविड-19 के दृष्टिगत मिलेट्री अस्पताल देहरादून के लिए 05 वेंटिलेटर, उत्तरकाशी जनपद हेतु 300 ऑक्सीमीटर एवं 280 थर्मामीटर प्रदान किये। इसके अलावा उनके द्वारा 10 ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर भी भेंट किये गये। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, स्वामी विजयानन्द, स्वामी भव्ये तेज, आरएस राघव, वीवी गुलाटी, नितिन जैन आदि उपस्थित थे।
वेतन से दिया एक लाख का चेक
कोविड-19 के दृष्टिगत उत्तराखंड पेयजल निगम के चीफ (गढ़वाल) सुरेश चन्द्र पंत ने अपने वेतन से एक लाख रूपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिया। यह चेक उन्होंने मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत को सौंपा।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।