धार्मिक हिंसा को लेकर यूपी सतर्क, बगैर मंजूरी के नहीं निकलेगी शोभायात्रा, माहौल बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश

योगी ने तहसीलदार, उप जिलाधिकारी (एसडीएम) क्षेत्राधिकारी (सीओ) और थाना प्रभारियों को अपनी तैनाती के क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करने के निर्देश दिये। उन्होंने उच्चाधिकारियों को इस व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने थाना प्रभारी, सीओ, पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी और मंडलायुक्त समेत सभी पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों का चार मई तक का अवकाश तत्काल प्रभाव से निरस्त करने का निर्देश दिए।
सरकारी बयान के अनुसार योगी ने कहा कि हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हो। इसके लिए स्थानीय जरूरतों के अनुसार सभी जरूरी प्रयास किए जाएं और शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता बरती जाए. ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व-त्योहार हैं. रमजान का महीना चल रहा है और ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन होना संभावित है। ऐसे में वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी से लेकर एडीजी तक अगले 24 घंटे के भीतर अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ सतत संवाद बनाएं।
उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों और यह सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन नहीं हो। योगी ने कहा कि अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। उन्होंने कहा कि माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज उस परिसर से बाहर न आए. अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने यह भी स्पष्ट कहा कि नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति नहीं दी जाए। उन्होंने बिना विधिवत अनुमति के कोई शोभा यात्रा, धार्मिक जुलूस निकालने पर रोक लगाने के साथ ही यह भी साफ किया कि अनुमति देने से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए। अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए।
कोई शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए। अनुमति से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए।
अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए:#UPCM श्री @myogiadityanath जी— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) April 18, 2022
मुख्यमंत्री ने संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती करने, ड्रोन का उपयोग कर हर स्थिति पर नजर रखने और प्रतिदिन सायंकाल पुलिस बल को पैदल गश्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने पिछले दिनों लखनऊ पुलिस आयुक्तालय के गुडंबा थाना क्षेत्र में गोलीबारी की घटना का संज्ञान लेते हुए संबंधित आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने और संबंधित थाना प्रभारी को निलंबित करने के निर्देश दिये।
गौरतलब है कि रामनवमी के दिन शोभायात्रा के दौरान चार राज्यों में हिंसा भड़की थी। इस दौरान पथराव, फायरिंग की घटनाएं भी हुई। ऐसी हिंसा में एक व्यक्ति की मौत भी खबर भी है। वहीं, हिंसा के आरोपियों के घरों में बुलडोजर भी चलाए गए। हनुमान जयंती को भी दिल्ली के जहांगीरपुर और हरिद्वार के भगवानपुर क्षेत्र में भी दो पक्षों के बीच हिंसा हुई थी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।