जनजागरण अभियान के तहत राज्यकर्मियों ने दून में महिला आइटीआइ के समक्ष की गेट मीटिंग

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर्मचारी परिषद के नन्द किशोर त्रिपाठी ने की और संचालन आईटीआई संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं समन्वय समिति के मुख्य जिला संयोजक आर पी जोशी ने किया। वक्ताओं ने सरकार की कार्मिक विरोधी नीतियों की जमकर आलोचना की। साथ ही कहा कि सरकार की ओर से कार्मिकों को पूर्व में प्राप्त समस्त लाभों से धीरे धीरे वंचित करने का काम किया जा रहा है। चाहे वह पुरानी पेंशन छीनने का काम हो, 10,16,26 वर्ष की सेवा पर एसीपी छीने जाने का कार्य हो। शिथिलीकरण का लाभ छीनने का कार्य हो या फिर अब कार्मिकों को डाउनग्रेड किए जाने की बात हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कार्मिकों की ओर से किसी भी प्रकार की नई मांग सरकार से नहीं की जा रही है, बल्कि कार्मिकों को पूर्व में मिल चुके लाभों को बचाने के लिए अब कार्मिकों को सड़क पर उतरने को मजबूर होना पड़ रहा है। पदाधिकारियों ने एक सुर में सरकार को चेतावनी दी कि यदि कार्मिकों को पूर्व में मिलने वाले लाभों को पुनः बहाल नहीं किया गया तो प्रदेश के समस्त महासंघों द्वारा गठित समन्वय समिति इसका पुरजोर विरोध करेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आज की गेट मीटिंग में आईटीआई महिला, विकास भवन, समाज कल्याण एवं सेवायोजन के कार्मिक सदस्यों की ओर से प्रतिभाग किया गया। सोमवार को गेट मीटिंग का आयोजन जनजाति कल्याण विभाग भगत सिंह कालोनी देहरादून में किया जाएगा। आज गेट मीटिंग में समिति के प्रवक्ता अरुण पांडे, प्रदेश कार्यकारिणीं के सचिव संयोजक शक्ति प्रसाद भट्ट, मुकेश बहुगुणा, पंचम सिंह बिष्ट, मुख्य जिला संयोजक सुभाष देवलियाल, ओमवीर सिंह, शान्तनु शर्मा, मुकेश रतूड़ी, गुड्डी मटूड़ा, सन्तन रावत, अशोक राज उनियाल, मेजपाल सिंह, बी डी बेंजवाल, सुन्दर लाल आर्य, प्रशान्त चौधरी, रविन्द्र सिंह, गोविन्द सिंह नेगी, भागीरथी जोशी, रजनी, सुनीता कुड़ियाल, नीलम रावत, राधा बहल, कल्पना रानी, स्वराज सिंह, ज्योति शर्मा, अर्चना वर्मा, संजीत कुमार, संजय डोभाल, सरस्वती शर्मा, रेनू कश्यप, नीलकंठ जोशी, शालू जयाड़ा, गुरमीत सिंह, भीम प्रसाद, ऊषा शर्मा, चन्द्रेश्वर पुरी, आर पी नौटियाल, मनोज जोशी, कमला गोदियाल, राकेश मंमगई, अजय खंडूड़ी, सुनील चौहान, संदीप नेगी, पूरन राम, गंभीर सिंह रावत, चतर सिंह चौहान, सौरभ निर्मोही सहित बड़ी संख्या में कार्मिकों ने प्रतिभाग किया।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।