महिलाओं पर बढ़ते अपराधों के खिलाफ यूकेडी का प्रदर्शन, सरकार का पुतला जलाया
उत्तराखंड में महिलाओं पर बढ़ते अपराधों के खिलाफ विपक्षी दलों की ओर से हर दिन प्रदर्शन हो रहे हैं। आज उत्तराखंड क्रांति दल ने देहरादून में द्रोण चौक पर महिलाओं पर अत्याचारों पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश सरकार का पुतला जलाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर यूकेडी की केंद्रीय मीडिया प्रभारी किरन रावत कश्यप एडवोकेट ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में दिनों दिन महिलाओं के साथ बलात्कार एवं हत्या जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही है। जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है। कहा जाता है कि जहां नारी की पूजा की जाती है, वहां देवताओं का वास होता है। वहीं, जहां नारी पर अपराध किए जाते हो, वहां किसका वास होता है? ऐसे में उत्तराखंड को देवभूमि कहना क्या उचित होगा? उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कोलकाता में एक महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या का मामला राजनीतिक रूप ले चुका है। एक महिला के साथ इतनी दरिंदगी होने के पश्चात भी बंगाल में सियासी राजनीति की जा रही है। वहीं, दूसरी तरफ उत्तराखंड में अंकिता हत्याकांड में भी उस वीआईपी का नाम सामने नहीं लाया गया, जिसे खुश करने के लिए अंकिता पर दबाव डाला जा रहा था। अंकिता को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महानगर कार्यकारी अध्यक्ष आशा शर्मा ने कहा कि अभी हाल ही में रुद्रपुर में भी एक महिला नर्स के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई। उसके बाद आईएसबीटी देहरादून में एक बस के अंदर किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। ऐसे में स्पष्ट है कि देवभूमि उत्तराखंड में भी महिला सुरक्षित नहीं रही। तथा इसी प्रकार की घटनाएं अन्य राज्यों में भी सामने आ रही हैं। चाहे उत्तर प्रदेश हो या बिहार। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केंद्रीय उपाध्यक्ष रेखा मियां ने कहा कि सरकार भी इस तरफ कोई ठोस कदम नहीं अपना रही है। हमारा यह स्पष्ट कहना है कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों, बलात्कार, हत्याकांड को लेकर सियासी राजनीति बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
युवा उक्रांद के अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट ने कहा एक तरफ सरकार का “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” का नारा है, परंतु उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा? उत्तराखंड क्रांति दल ने कहा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार यदि इसी प्रकार बढ़ते रहे, तो देवभूमि उत्तराखंड का स्वरूप ही नष्ट हो जाएगा। इन सभी मामलों में दलगत राजनीति न होकर अपराधी के लिए तुरंत कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। अन्यथा महिलाओं को खुद ही कानून हाथ में लेना पड़ेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुतला दहन कार्यक्रम में यूकेडी के संरक्षक आनंद प्रकाश जुयाल, केंद्रीय उपाध्यक्ष सुनील ध्यानी, केंद्रीय कोषाध्यक्ष प्रताप कुंवर सिंह, केंद्रीय महामंत्री बृजमोहन सजवान, केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट, केंद्रीय संगठन मंत्री डीडी पंत, बिपिन रावत, युवा महानगर अध्यक्ष प्रवीण रमोला, निर्मल शाह, विकास भट्ट, भोला प्रसाद चमोली, श्याम सिंह रमोला, गजेंद्र नेगी, सुमित डंगवाल, अशोक नेगी, नीलम नेगी, रीना आदि शामिल थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।