कौन बनेगा करोड़पति: खुद के खाते में आए 12 करोड़, फोन सुनने वाले को बनाया कंगाल, तमिलनाडू से दो गिरफ्तार
1 min readटीवी के चर्चित धारावाहिक कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर लोगों को लाटरी देने का झांसा देने वाले अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह के दो सदस्यों ने उत्तराखंड की साइबर पुलिस ने तुरुवेनवली तमिलनाडू से गिरफ्तार किया। पुलिस का दावा है कि इनके तार दुबई तक से जुड़े हैं। इसे एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस के मुताबिक ये दोनों बहुत की शातिर साइबर अपराधी हैं। अब तक कई लोगों को चूना लगा चुके हैं। तीन महीने के भीतर ही इनके खाते में एक करोड़ रुपये जमा हुए थे। वहीं, अब तक ये दस से 12 करोड़ रुपये का फ्राड कर चुके हैं।
पुलिस के मुताबिक साइबर अपदाधी जनता की गाढ़ी कमाई को उड़ाने के लिए तरह तरह के तरीके अपना रहे हैं। वे रकम जीतने का झांसा देते हैं और इसमें आसानी से लोग फंस जाते हैं। इसके बाद वे लोगों को विश्वास में लेकर उनसे अपने खातों में रकम ट्रांसफर करा लेते हैं। ऐसी ही एक शिकायत भारतीय सेना के हवलदार की शिकायत एसटीएफ को मिली थी। इसमें बताया गया कि उसके मोबाइल नंबर पर कौन बनेगा करोड़पति में 25 लाख रुपये की लाटरी जीतने का मैसेज मिला।
इस धनराशि को प्राप्त करने के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क, बैंक शुल्क और इनकम टैक्स के नाम पर उससे सात लाख रुपये विभिन्न बैंक खातों में जमा करवा दिए। शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर साइबर थाने के निरीक्षक पंकज पोखरियाल को जांच सौंपी गई।
पाकिस्तान की आइपी का किया इस्तेमाल
विवेचना के दौरान बैंक अकाउंट नंबर, मोबाइल नंबर आदि की जांच की गई तो पता चला कि जिन नंबरों से फोन किए गए वे कर्नाटक तथा बिहार सर्किल से थे। इनमें पाकिस्तान की आइपी एड्रेस का प्रयोग कर सेना के हवलदार के वाट्सएप पर कॉल की गई थी। बैंक खातों का पता किया तो जानकारी मिली कि तमिलनाडू, असम, बिहार, उत्तर प्रदेश गुजरात आदि राज्यों के पंजाब नेशनल बैंक, बैंक आफ इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक के कुल 14 खातों का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी की सात लाख की राशि जमा कराई गई।
तीन माह में बैंक खातों में जमा हुई एक करोड़ की राशि
इन बैंक खातों का स्टेटमेंट देखने में पता चला कि तुरुवेनवली तमिलनाडू स्तित पीएनबी के खाते में अप्रैल 2020 से अगस्त 2020 तक चार लाख रुपये, मदुरई तमिलनाडू स्थित एसबीआइ के खाते में एक लाख रुपये। कानपुर उत्तर प्रदेश स्थित बीएनबी के खाते में तीन माह में करीब दस लाख रुपये। इलाहबाद स्थित एसबीआइ के खाते में जनवरी से मार्च 2020 के मध्य 11.60 लाख रुपये से अधिक, जौनपुर उत्तर प्रदेश स्थित एसबीआइ के खाते में जनवरी से मार्च तक दो लाख रुपये, गोपालगंज बिहार स्थित एसबीआइ के खाते में जनवरी से मार्च तक 12.30 लाख से अधिक, एवं अन्य खातों में 12 लाख से अधिक, सिलिगुड़ी असम स्थित एसबीआइ के खाते में 4.60 लाख रुपये की धनराशि का लेनदेन पाया गया। तीन माह की अवधि में ही एक करोड़ से अधिक धनराशि इनके खाते में जमा हुई।
दो आरोपी गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक बैंक खातों की डिटेल के आधार पर दो अपराधी चिह्नित हुए। इन्हें तुरुवेनवली तमिलनाडू से गिरफ्तार किया गया। इनमें वल्लिनयागम पुत्र सुदालई निवासी असाथ रोड तुरुवेनवली तमिलनाडू व पी जॉनसन पुत्र पोनिआ निवासी डक्करमत पुरम, थाना पेरुमल पुरम तमिलनाडू शामिल हैं।
प्रतिष्ठित कंपनी में हैं डीलर
पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे एक प्रतिष्ठित कंपनी में डीलर हैं। उनका संपर्क दुबई, श्रीलंका में उसी कंपनी के बड़े डीलरों से है। श्रीलंका और दुबई के डीलर की आम जनता को धारावाहिक कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर भारत के विभिन्न प्रांतों में लोगों को फोन करके लाटरी जीतने का लालच देते हैं। धोखाधड़ी की राशि इनके बैंक खातों में जमा होती है। अपना तीन से पांच प्रतिशत कमीशन काटकर बाकी राशि वे डीलरों को भेज देते हैं।
अब तक ठग चुके हैं दस से 12 करोड़
उन्होंने पुलिस को बताया कि वे इस काम को करीब पांच से छह साल से कर रहे हैं। अब तक वे दस से 12 करोड़ रुपये ठग चुके हैं।
अपराध का तरीका
ये आम जनता को वाट्सएप फोन काल कर केबीसी के नाम पर लाटरी जीतने का लालच देते हैं। फिर रजिस्ट्रेशन शुल्क, बैंक शुल्क व इनकम टैक्स के नाम पर मोटी रकम वसूलते हैं। ये फर्जी आइडी के जरिये जनता से संपर्क कर फ्राड करते हैं ।
गिरफ्तार करने वाली टीम
निरीक्षक पंकज पोखरियाल, उपनिरीक्षक राजीव सेमवाल, मुख्य आरक्षी सुरेश कुमार, आरक्षी श्रवण कुमार।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।