उत्तराखंड में तीन वामपंथी दलों ने केंद्रीय ट्रेड यूनियन की 20 मई की हड़ताल को दिया समर्थन

उत्तराखंड में तीन वामपंथी पार्टियों ने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की 20 मई की प्रस्तावित हड़ताल का समर्थन किया है। ये हड़ताल चार श्रम कोड के खिलाफ आयोजित की जा रही है। देहरादून के गांधी ग्राम में माकपा के राज्य कार्यालय में आयोजित भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) की संयुक्त बैठक में वक्ताओं ने केंद्र सरकार की श्रम नीति की कड़ी आलोचना की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वाम नेताओं ने कहा कि ट्रेड यूनियन आंदोलन से दशकों के संघर्ष से हासिल श्रम कानूनों को खत्म करके केंद्र सरकार चार श्रम कोड मजदूरों पर थोप कर उन्हें पूंजीपतियों के बंधुआ मजदूर में तब्दील करना चाहती है। इन श्रम कोड्स को खत्म करने के संघर्ष में वामपंथी पार्टियां, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के साथ मजबूती से संघर्ष में उतरेंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राज्य में बढ़ते महिला अपराध और सांप्रदायिक उन्माद की घटनाओं पर भी वाम नेताओं ने गंभीर चिंता प्रकट की। वाम नेताओं ने कहा कि प्रदेश में आये दिन महिलाओं, युवतियों, बच्चियों के विरुद्ध यौन अपराध की घटनाएं हो रही हैं। सरकार उन्हें रोकने में पूरी तरह नाकाम है। जहां अपराध में धार्मिक एंगल निकलता है, वहां सत्ताधारी पार्टी और उसके समर्थित उन्मादी तत्व ऐसी घटनाओं को सांप्रदायिक रंग देने पर उतारू हो जाती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वक्ताओं ने कहा कि अपराध किसी भी धर्म का व्यक्ति करे उसे रोकने की जिम्मेदारी सरकार की है, लेकिन अपराध रोकने में नाकाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उन्मादी तत्व जब इन घटनाओं को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करते हैं तो वे दरअसल अपनी नाकामी का भी राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे होते हैं। ऐसी कोशिश शर्मनाक एवं निंदनीय हैं। उनपर तत्काल रोक लगनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तय किया गया कि प्रदेश में महिला अपराध और सांप्रदायिक उन्माद जैसे चिंताजनक हालात में सुधार के लिए वामपंथी पार्टियों का प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही प्रदेश के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक से मुलाकात करेगा। बैठक में भाकपा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य समर भंडारी, माकपा के केंद्रीय कमेटी सदस्य राजेंद्र नेगी व राज्य सचिव राजेंद्र पुरोहित, भाकपा (माले) के राज्य सचिव इन्द्रेश मैखुरी, माकपा के देहरादून जिला सचिव शिव प्रसाद देवली, लेखराज, अनंत आकाश आदि मौजूद थे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।