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January 15, 2025

इस बार रक्षाबंधन की दो तारीख, जानिए राखी बांधने का सही दिन और समय, राशि के अनुरूप बांधे राखी

हर साल भाई और बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन के त्योहार का सभी को बेसब्री से इेंतजार रहता है। कभी ना टूटने वाले रिश्ते का प्रतीक ये त्योहार सावन पूर्णिमा पर मनाया जाता है। इस साल 2023 में रक्षाबंधन अगस्त में दो दिन मनाया जाएगा। राखी के त्यौहार में अब कुछ ही दिन बाकी है और लोग रक्षाबंधन के त्यौहार को लेकर उत्साहित भी हैं। वहीं, हर किसी के मन में एक सवाल उठ रहा है कि रक्षाबंधन कब मनाएं। क्योंकि इसकी दो तिथियां पड़ रही हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि 30 अगस्त को या 31 अगस्त में से किस दिन इस त्योहार को मनाया जाए। इस बार ज्योतिषों की सलाह है कि 31 अगस्त को रक्षाबंधन मनाएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

राखी बांधने का उचित समय
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि 30 अगस्त को सुबह 10:59 बजे तक चतुर्दशी तिथि रहेगी। इसके बाद पूर्णिमा तिथि है, लेकिन सुबह 10:59 बजे से रात 9:02 बजे तक भद्रा काल रहेगा। भद्राकाल में राखी बांधना ठीक नहीं होता है। 31 अगस्त बृहस्पतिवार को उदय तिथि में पूर्णिमा रहेगी। तब सुबह रक्षाबंधन मना सकते हैं। 30 अगस्त को यदि राखी बांधनी भी है तो रात 9:02 बजे के बाद राखी बांधें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

रक्षाबंधन 2023 की खास बातें
तिथि – इस साल श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त 2023 को सुबह 10 बजकर 59 मिनट से शुरू हो जाएगी। इसका समापन 31 अगस्त 2023 को सुबह 07.05 मिनट पर होगा।
रक्षाबंधन पर भद्रा का समय
30 अगस्त 2023 को भद्रा काल सुबह 10.59 से शुरू हो जाएगी और रात 09.02 मिनट पर खत्म होगी। इस बार रक्षाबंधन के दिन भद्रा का निवास पृथ्वी पर है जिसे अशुभ माना जाता है।
नोटः लेख में जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। लोकसाक्ष्य इसकी पुष्टि नहीं करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

भाद्रा में क्यों न बांधें राखी
रक्षाबंधन के दिन भद्रा रहित मुहूर्त में ही भाई को राखी बांधनी चाहिए। इससे भाई को विजय प्राप्त का आशीर्वाद मिलता है, साथ ही उसकी उन्नति होती है। भद्रा में राखी बांधना अशुभ है। भद्रा में किया गया शुभ कार्य सफल नहीं होता, मनुष्य को हानि होती है।
राखी बांधने की विधि
इस दिन बहनें पूजा की थाली में घी का दीपक जलाकर सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें। उन्हें राखी अर्पित करें। इससे अशुभ प्रभाव खत्म हो जाता है। अब भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठाएं। उसके सिर पर रूमाल रखकर तिलक करें और दाएं हाथ पर राखी बांधें। मिठाई खिलाकर भाई और बहन दोनों एक दूसरे की उन्नति की कामना करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

भाई की राशि के अनुसार बांधें राखी
मेष : लाल रंग की राखी बांधें।
वृषभ : सफेद या क्रीम रंग की राखी बांधें।
मिथुन : हरे रंग की राखी बांधें।
कर्क : पीली या सफेद राखी बांधें।
सिंह : लाल रंग और नारंगी रंग की राखी बांधें।
कन्या : हरे रंग की राखी बांधें।
तुला : आसमानी और गुलाबी राखी बांधें।
वृश्चिक : लाल, गुलाबी राखी बांधें।
धनु : सुनहरे पीले रंग की राखी बांधें।
मकर : नीले और हरे रंग की राखी बांधें।
कुंभ : नीली, कत्थई रेशम की राखी बांधें।
मीन : पीली और नारंगी राखी बांधें।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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