इस बार जन्माष्टमी पर्व की तिथि को लेकर कंफ्यूजन, दो दिन मनाई जाएगी, जानिए शुभ मुहूर्त, सार्वजनिक अवकाश 19 को
ये पड़ रही है तिथि
ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के अनुसार, इस बार भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 18 अगस्त की रात 9 बजकर 21 मिनट से शुरू हो रही है। अष्टमी तिथि की समाप्ति 19 अगस्त को रात 10 बजकर 59 मिनट पर होगी। साथ ही निशीथ काल पूजा 18 अगस्त को रात 12 बजकर 03 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट के बीच होगी। ऐसे में भगवान की पूजा के लिए 44 मिनट का समय मिलेगा। इसके साथ ही जन्माष्टमी व्रत का पारण 19 अगस्त को सुबह 5 बजकर 52 मिनट के बाद किया जा सकेगा। इस बार जन्माष्टमी का व्रत 18 अगस्त को रखा जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस बार बन रहा है ऐसा योग
ज्योतिष के जानकार बता रहे हैं कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को रात 12 बजे हुआ था। इस बार ऐसा योग 18 अगस्त को बन रहा है, जबकि कुछ पंडितों का मानना है कि 19 अगस्त को पूरे दिन अष्टमी तिथि रहेगी। ऐसे में उदया तिथि को मान्यता देने वाले लोग 19 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे। हालांकि अगर धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को रात 12 बजे हुआ था। ऐसे में जन्माष्टमी का पर्व 18 अगस्त को मनाया जाना उचित माना जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जन्माष्टमी पर्व का मुहूर्त और योग
अभिजित मुहुर्त- 18 अगस्त को 12 बजकर 05 मिनट सो दोपहर 12 बजकर 56 मिनट तक
ध्रुव योग- 18 अगस्त को शाम 8 बजकर 41 मिनट से 19 अगस्त को शाम 8 बजकर 59 मिनट तक
वृद्धि योग- 18 अगस्त को 8 बजकर 56 मिनट से 18 अगस्त को शाम 8 बजकर 59 मिनट तक (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून में अधिकांश मंदिरों में 18 अगस्त की तैयारी
देहरादून में अधिकांश मंदिरों में 18 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। शिव मंदिर आर्यनगर में सुबह से ही मंदिर में सजावट और पूजन कार्यक्रम आरंभ हो जाएगा। साथ ही मंदिर में झांकियां सजाई जा रही है। रात 10 बजे से महिला मंडली की ओर से कीर्तन और भजन होगा। रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर प्रसाद वितरण किया जाएगा। हर साल की तरह 28 अगस्त को भंडारे का आयोजन किया जाएगा। देहरादून पुलिस लाइन में पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से जन्माष्टमी पर्व 18 अगस्त को मनाया जाएगा। कार्यक्रम में राज्यपाल ले.ज. (सेनि) गुरमीत सिंह मुख्य अतिथि एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विशिष्ट अतिथि होंगे। रात करीब साढ़े आठ बजे दीप प्रज्जवन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। रात पौने 12 बजे मंदिर में पूजन होगा। इसके बाद 12 बजकर पांच मिनट पर प्रसाद वितरण किया जाएगा। पुलिस लाइन में भव्य झांकियां भी सजाई जाएंगी। जो हर साल की तरह आकर्षक का केंद्र होती हैं। वहीं कई मंदिरों में 19 अगस्त की तैयारी चल रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में 19 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश
जन्माष्टमी पर्व पर उत्तराखंड में 19 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश रहेगा। सचिव प्रभारी विनोद कुमार सुमन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि शासन की ओर से घोषित अवकाशों में 18 अगस्त 2022 गुरुवार को जन्माष्टमी पर्व पर निगोशियेबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 के अधीन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार जन्माष्टमी का त्योहार 19 अगस्त 2022 को मनाए जाने की सूचना मिली है। ऐसे में जन्माष्टमी पर्व 18 अगस्त की बजाय 19 असग्त को मनाने का निर्णय किया गया है। अब 18 अगस्त की बजाय 19 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।