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December 17, 2024

उत्तराखंड पुलिस की ओर से आयोजित देवभूमि साइबर हैकथॉन के विजेता पुरस्कृत, 36 घंटे चली थी मुख्य प्रतियोगिता

उत्तराखंड पुलिस की ओर से आयोजित प्रथम देवभूमि साइबर साइबर हैकथॉन Devbhoomi Cyber Hackathon के विजेताओं को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।

उत्तराखंड पुलिस की ओर से आयोजित प्रथम देवभूमि साइबर साइबर हैकथॉन Devbhoomi Cyber Hackathon के विजेताओं को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय में आयोजित की गई इस प्रतियोगिता में देशभर से विभिन्न राज्यो के प्रतिभागियों ने किया प्रतिभाग किया। इनमें टाप तीन विजेता टीमों के साथ ही दो अन्य टीमों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए।
ये रहे विजेता
इनमें सौम्या श्रीवास्तव और कार्तिक सेतिया विजेता रहे। द्वितीय स्थान संयम जैन और मनजोत सिंह, तृतीय स्थान पर मीत बिष्ट रहे। सांत्वना पुरस्कार शिवांकर कुमार सिंह के साथ ही अभिनव सिंह, सचिन सिंह, अक्षय श्रीवास्तव और आर्य केशरवानी की टीम को दिया गया।
ये रहे निर्णायक
36 घंटे तक चले इस Hackathon में उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के निर्देशन में पुलिस महानिरीक्षक उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय अमित सिन्हा की अध्यक्षता में गठित निर्णायक समिति में पुलिस उपमहानिरीक्षक रिधिम अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिसूचना निवेदिता कुकरेती, पुलिस अधीक्षक संचार उमेश जोशी, पुलिस उपाधीक्षक अनुशा बड़ोला में शामिल थे। इन्होंने अंतिम चरण के परिणाम घोषित किए। विजेता प्रतिभागियों को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया । उक्त Hackathon के सफल आयोजन में UPES कालेज देहरादून का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।

प्रतियोगिता का उद्देश्य
वर्तमान में साइबर अपराधो में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है। इसमे विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध देशो के कोने कोने से सामने आ रहे है। साइबर अपराध बढ़ने का एक महत्वपूर्ण कारण दिन प्रतिदिन विभिन्न प्रकार की तकनीको की उन्नति भी है। इस कारण यह भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि पुलिस भी अपने संसाधनो में अधिक से अधिक तकनीकी सुधार करने का प्रयत्न कर रही है। जिसका उद्देश्य 21वीं सदी में साइबर अपराध की चुनौती पर एकजुट होकर इससे मुकाबला करने के लिये अपना कौशल विकास (Skill Development) को और बेहतर बनाना है। Devbhoomi Cyber Hackathon के माध्यम से देश के युवा छात्रो से विभिन्न प्रकार की तकनीकी software बनाना जो पुलिस को जांच एवं विवेचनाओं मे सहायता प्रदान कर सकती है। उनके द्वारा दिये गये Software के माध्यम से विभिन्न अभियोगो को अतिशीघ्र अनावरण करने के लिए एक अहम प्रयास होगा ।
यूपीएस कालेज सभागार में हुआ मुख्य चरण
बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने व प्रभावी कार्यवाही के लिए पुलिस महानिदेशक के निर्देशन में दिंनाक 10 नवंबर को पुलिस उपमहानिरीक्षक, एसटीएफ संथिल अवोदई कृष्ण राज एस की मौजूदगी मे यूपीएस कालेज के सभागार मे Devbhoomi Cyber Hackathon के मुख्य चरण का शुंभारम्भ किया गया। Devbhoomi Cyber Hackathon में उत्तराखंड राज्य के अलावा तमिलनाडू, कर्नाटका, महाराष्ट्र ,गुजरात, पंजाब व केन्द्र शास्ति प्रदेश दिल्ली के विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के छात्रों एवं IT professional की 326 टीमो द्वारा प्रतिभाग किया गया था।

ये दिया गया टास्क, प्रतिभागियों ने दिए 50 सुझाव
प्रतियोगिता के प्रथम चरण में प्रतिभागियों को वर्तमान में साइबर क्राईम के क्षेत्र में चल रही जटिल समस्याओं (मोबइल/कम्प्यूटर व नेटवर्किग सुरक्षा सम्बन्धित) को हल करने का टास्क दिया गया। जिसे सभी प्रतिभागियों द्वारा उक्त समस्याओं के निकारण के लिए जो टेक्नोलोजी प्रस्तुत की गयी वह सराहनीय थी। प्रतियोगिता के प्रथम चरण में प्रतिभागियों ने साइबर क्राईम के अपराधो के रोकथाम हेतु 50 महत्वपूर्ण सुझाव दिए। प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत की गयी टेक्नोलोजी का इस्तेमाल कर भविष्य में किसी भी प्रकार के साइबर अपराध को रोकने में सहायता प्राप्त हो सकेंगी।
पहले चरण से 15 टीमें पहुंची थी दूसरे दौर में
भारत के प्रथम गृह मंत्री स्व सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्मृति दिवस पर Devbhoomi Cyber Hackathon के प्रथम चरण का परिणाम घोषित किया गया था। प्रथम चरण के परिणाम घोषित होने पर कुल 15 टीमे अगले चरण मे पहुंची। Devbhoomi Cyber Hackathon मे उपरोक्त सफल 15 टीमो को प्रतिभाग करने के लिए बुलाया गया। इन टीमों ने 10 नवंबर की सांय चार बजे से 12 नवंबर की सुबह 04.00 बजे तक (36 घटें) तक IBM बैंगलोर की एक्सपर्ट टीम के साथ पुलिस की समस्याओ के लिए टूल्स की प्रेग्रामिंग की। सफल टीमो ने टूल्स की प्रेग्रामिंग से साइबर अपराधो की रोकथाम मे पुलिस को जांच एवं विवेचनाओं मे काफी लाभ प्राप्त होगा। उनके द्वारा दिये गये Software के माध्यम से विभिन्न अभियोगो को अतिशीघ्र अनावरण करने हेतु एक अहम प्रयास होगा ।
भविष्य में काम आएंगे सुझाव
प्रतिभागियों की साइबर क्राईम के क्षेत्र में उपलब्ध कराये गये महत्वपूर्ण सुझावों से भविष्य में किसी भी प्रकार के साइबर अपराध को रोकने व उसके अनावरण में साहयता प्राप्त की जा सकेगी। प्रतिभागियों द्वारा उपलब्ध कराये गये सुझावों को सभी जनपद पुलिस को उपलब्ध कराया जायेगा। ताकि उत्तराखण्ड पुलिस स्मार्ट पुलिसिगं की ओर एक कदम और बढाते हुये साइबर क्राईम के अपराधों को रोकने में मील का पत्थर साबित हो सकें।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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