अफगानिस्तान में बिगड़े हालात, गजनी शहर पर भी तालीबान का कब्जा, अमेरिका ने कहा- अपनी लड़ाई खुद लड़े अफगानिस्तान
अफगानिस्तान में हालात लगातार बद से बदतर होते जा रहे हैं। एक बार फिर से अफगानिस्तान में तालीबानियों का कब्जा होने लगा है। राजधानी काबुल से 150 किलोमीटर दूर गजनी शहर पर भी तालिबान का कब्जा हो गया है। एक स्थानीय सांसद ने यह जानकारी दी। गौरतलब है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटो सैनिकों के हटने के बाद से वहां तालिबानियों का वर्चस्व बढ़ा है। इसे लेकर विश्वभर में चिंता जताई जा रही है। नौबत यहां तक आ गई है कि अफगानिस्तान से लोग पलायन कर रहे हैं।
इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी के कार्यक्रम में किसी भी तरह के परिवर्तन की संभावना से इनकार किया है। बाइडन ने 11 सितंबर तक युद्धग्रस्त देश से सभी अमेरिकी सैनिकों की वापसी का आदेश दिया है। पेंटागन ने बताया कि अब तक वहां से 90 फीसदी से अधिक सैनिक स्वदेश लौट चुके हैं।
व्हाइट हाउस में संवाददाताओं ने बाइडेन से पूछा कि सैनिकों की वापसी के वर्तमान कार्यक्रम में क्या कोई बदलाव आ सकता है। इस पर उन्होंने कहा-नहीं। बाइडन ने आगे कहा कि-देखिए, हमने बीस साल से अधिक वर्षों में एक हजार अरब डॉलर से अधिक राशि खर्च की। अफगान बलों के 300000 से अधिक सैनिकों को प्रशिक्षित किया। साजोसामान दिया। अफगान नेताओं को एक साथ आना होगा। हमारे हजारों सैनिक घायल हुए। हजारों मारे गए। उन्हें अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी। अपने देश के लिए लड़नी होगी।
बाइडन ने कहा था-हम अपने वादे पूरे करेंगे जैसे कि हवाई क्षेत्र में मदद देना। यह देखना कि उनकी वायुसेना ठीक से काम करने में सक्षम हो। उनके बलों को भोजन और उपकरणों की आपूर्ति और उनके सभी वेतनों का भुगतान आदि। लेकिन उन्हें लड़ना होगा। उनकी संख्या तालिबान से अधिक है। अमेरिकी बलों के अफगानिस्तान से लौटने के बाद से तालिबान ने अफगानिस्तान के नौ प्रांतों की राजधानियों पर कब्जा कर लिया है।
लगातार बढ़ रहे तालीबानी
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि तालिबान आतंकवादी अगले 30 से 90 दिन में अफगानिस्तान पर कब्जा कर सकते हैं। इस खुलासे के बाद अफगानिस्तान की अशरफ गनी सरकार में हड़कंप मच गया है। तालिबान की बढ़त का आलम यह है कि वह अब तक देश के 65 फीसदी हिस्से पर कब्जा कर चुका है। तालिबान को मात देने के लिए अफगान सरकार ने तीन चरणों वाला मास्टर प्लान बनाया है।
अफगानिस्तान के गृहमंत्री जनरल अब्दुल सत्तार मिर्जाकवाल ने बुधवार को अलजजीरा को बताया कि सरकार स्थानीय समूहों को हथियारबंद कर रही है। ताकि तालिबान को पीछे ढकेला जा सके। उन्होंने कहा कि तालिबान के 9 प्रांतों पर कब्जा करने के बाद अफगान सेना हाइवे, बड़े शहरों और सीमा क्रॉसिंग को सुरक्षित बनाने का प्रयास कर रही है। मिर्जाकवाल ने हाल ही में देश की 1,30,000 की पुलिस फोर्स के प्रमुख बने हैं।