द जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर ने की निर्णायक मंडल की घोषणा, विजेता को मिलेगा 25 लाख रुपये का पुरस्कार
भारत के सबसे प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कारों में से एक द जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर ने अपने छठे वर्ष में प्रवेश करते हुए वर्ष 2023 हेतु अपने निर्णायक मंडल की घोषणा की। निर्णायक मण्डल के अध्यक्ष लेखक और अनुवादक श्रीनाथ पेरुर होंगे। इस निर्णायक मण्डल में महेश दत्तानी, सोमक घोषाल, कावेरी नंबिसन और स्वाति तियागराजन शामिल होंगे। दत्तानी एक नाटककार और स्टेज निर्देशक हैं, घोषाल एक लेखक, समीक्षक और लर्निंग डिज़ाइनर हैं, नंबिसन एक लेखक और सर्जन हैं, और तियागराजन एक पर्यावरण संरक्षण पत्रकार (कंजर्वेशन जर्नलिस्ट) और फिल्म निर्माता हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
द जेसीबी प्राइज़ फॉर लिटरेचर के निर्णायक मण्डल के सदस्य विभिन्न पृष्ठभूमियों, भाषाओं और अभिव्यक्ति के माध्यमों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस विविधता के कारण वे सभी मिलकर वर्ष के लिए भारत से सर्वश्रेष्ठ उपन्यासों का चयन करने के कार्य हेतु विभिन्न प्रकार के दृष्टिकोणों का प्रतिनिधित्व करते हैं। द जेसीबी प्राइज़ फॉर लिटरेचर, अर्थमूविंग और निर्माण उपकरणों के भारत के सबसे बड़े अग्रणी निर्माता, जेसीबी इंडिया लिमिटेड द्वारा अनुदानित किया जाता है और इसे जेसीबी लिटरेचर फाउंडेशन की ओर से प्रबंधित किया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
द जेसीबी प्राइज़ फॉर लिटरेचर की साहित्यिक निदेशक मीता कपूर ने इस वर्ष के निर्णायक मण्डल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पिछला साल हमारे लिए वास्तव में ऐतिहासिक वर्ष रहा है। निर्णायक मण्डल ने पहली बार ऐसी शॉर्टलिस्ट पेश की, जिसमें सभी पुस्तकें अनुवादित थीं। भारत एक ऐसा देश है जहाँ कई भाषाएँ बोली जाती और लिखी जाती हैं। जेसीबी पुरस्कार के लिए प्रस्तुत की गई किताबें इस विविधता को दर्शाती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस वर्ष के निर्णायक मण्डल में विभिन्न पृष्ठभूमियों, भाषाओं, कलाओं और अभिव्यक्ति के माध्यमों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को शामिल किया गया है। उनकी दक्षता और कहानी कहने के ज्ञान से हम यह उम्मीद करते हैं कि निर्णायक मण्डल इस वर्ष पेश की जाने वाली पुस्तकों में से ऐसी अभिरुचिपूर्ण उत्कृष्ट पुस्तकों को चुनेगा जो भारत और भारत के बाहर के पुस्तक प्रेमियों को वास्तव में पसन्द आएंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
2022 का द जेसीबी प्राइज़ फॉर लिटरेचर खालिद जावेद की ओर से लिखी गई ‘द पैराडाइस ऑफ फूड’ नामक पुस्तक को मिला था, जिसे बारान फारूकी द्वारा उर्दू से अंग्रेजी में अनुवादित किया गया था और जगरनॉट द्वारा प्रकाशित किया गया था। ‘द पैराडाइस ऑफ फूड’, भोजन और रसोई के माध्यम से समकालीन लोगों, परिवारों और देश की स्थितियों बड़ी निर्ममता से और आकर्षक तरीके से वर्णन करती है। यह रचना दर्शाती है कि ज्यादा से ज्यादा वस्तुओं का उपभोग करने के लिए लालायित रहने की प्रवृत्ति के कारण वर्तमान दुनिया की हालत कितनी बेढंगी और कुरूप हो गई है, इसलिए यह अपने आप में एक महत्वपूर्ण कृति है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जेसीबी लिटरेचर फाउंडेशन ने 2022 के चार अन्य शॉर्टलिस्ट उपन्यासों के साथ-साथ, इस पुस्तक को डिजिटल स्वरूप में भी उपलब्ध कराया जिसे दृष्टिहीन व्यक्तियों द्वारा उपयोग में लाया जा सकता है। यह पढ़ने में समावेशीता को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया था। सितंबर 2023 में (जो बदल सकती है), निर्णायक मण्डल दस पुस्तकों की लॉन्गलिस्ट की घोषणा करेगा। इसके बाद अक्टूबर 2023 में (जो भी बदल सकती है) पांच पुस्तकों की शॉर्टलिस्ट जारी की जाएगी। नवंबर 2023 के पुरस्कार समारोह में 25 लाख रुपये का पुरस्कार विजेता घोषित किया जाएगा। अगर पुरस्कार जीतने वाली रचना अनुवाद होती है, तो अनुवादक को भी 10 लाख रुपये का पुरस्कार अतिरिक्त रूप से दिया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुरस्कार के लिए शॉर्टलिस्ट कर चयन किए गए पांच लेखकों में से हर एक को 1 लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा। अगर शॉर्टलिस्ट में अनुवाद की गई किसी रचना को शामिल किया जाता है, तो अनुवादक को 50,000 रुपये का पुरस्कार मिलेगा। द जेसीबी प्राइज़ फॉर लिटरेचर, 2023 के निर्णायक मण्डल के अध्यक्ष श्रीनाथ पेरूर कहते हैं कि मुझे द जेसीबी प्राइज़ फॉर लिटरेचर, 2023 के निर्णायक मण्डल में होने पर गर्व हो रहा है। यह हमारे समय की किताबों को सम्मानित करने, और ऐसी किताबों को लोगों की नजर में लाने का अवसर है जो पक्षपातपूर्ण पूर्वाग्रहों के कारण अनदेखी की गई हों। इस मामले में मैं इस साहित्य पुरस्कार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की विशेष रूप से प्रशंसा करता हूँ जो प्रकाशकों को अनुवादित पुस्तकों को भेजने के लिए प्रोत्साहित करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इससे यह सुनिश्चित होता है कि साहित्य का यह क्षेत्र उन भारतीय उपन्यासों की विस्तृत श्रृंखला का वास्तव में प्रतिनिधित्व करता है जो पिछले साल अंग्रेज़ी में प्रकाशित किए गए हैं। मैं एक पाठक के रूप में मैं ऐसी किताबें खोजने के लिए उत्साहित हूं जिन्हें निर्णायक मण्डल के कार्य में नियुक्त नहीं होने पर मैंने कभी पढ़ने का विचार नहीं बनाया होता, और सामूहिक रूप से हम अपने दृष्टिकोण के आयामों का विस्तार करेंगे, जो साहित्य का ऐसा पहलू है जिसे यह बहुत अच्छी तरह से संभालता है।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।