कांग्रेस के चिंतन शिविर के निर्णय को अमलीजामा पहनाना शुरू, कई नेताओं ने दिए इस्तीफे
हाल ही में राजस्थान के उदयपुर में आयोजित हुए चिंतन शिविर में लिए गए निर्णय के अनुरूप कांग्रेस ने इस पर अमल करने की शुरूआत कर दी है।
हाल ही में राजस्थान के उदयपुर में आयोजित हुए चिंतन शिविर में लिए गए निर्णय के अनुरूप कांग्रेस ने इस पर अमल करने की शुरूआत कर दी है। शिविर के दौरान एक पद, एक व्यक्ति का सिद्धांत अपनाने का निर्णय किया गया था। इसका अनुपालन करते हुए बुधवार को राजस्थान में इसकी शुरुआत की गई। इसके तहत कांग्रेस के कई नेताओं ने अपना त्यागपत्र सौंप दिया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक बयान में बताया कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने एक व्यक्ति एक पद के निर्णय की प्रवृत्ति प्रारंभ की है। उन्होंने कहा कि इसके तहत प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, रामपाल जाट, गोविंद मेघवाल ने मंत्रिमंडल में स्थान पाने के पश्चात उपाध्यक्ष के पद से अपना त्यागपत्र राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंप दिया गया।उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राजस्थान प्रदेश किसान कांग्रेस के अध्यक्ष संदीप चौधरी ने भी बोर्ड के चेयरमैन बनने के पश्चात अपना त्याग पत्र सौंप दिया है।हाल ही में उदयपुर में आयोजित चिंतन शिविर के दौरान लिए गए निर्णयों के कार्यान्वयन पर आज यहां शुरू हुई दो दिवसीय कार्यशाला में विचार विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि 2023 में विधानसभा चुनाव के बाद राजस्थान में पुन: कांग्रेस की सरकार बनाएंगे और 2024 में केंद्र से मोदी सरकार का सूपड़ा साफ करेंगे।
गौरतलब है कि साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने अभी से अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में उदयपुर में 13-15 मई को तीन दिवसीय कांग्रेस पार्टी का चिंतन शिविर रखा था। इस दौरान पार्टी को मजूबत करने के लिए कई विषयों पर मंथन हुआ था। चिंतन शिविर में पार्टी में ‘एक पद, एक व्यक्ति’ की बात पर सहमति बनीं थी।




