देश में कोरोना से मौत के आंकड़े ने फिर बढ़ाई चिंता, नया वेरिएंट ‘Omicron’ भारत के लिए चेतावनी

पिछले सात दिनों के आंकड़े
देश में शनिवार 27 नवंबर को कोरोना के 8318 मामले और 465 लोगों की मौत, शुक्रवार 26 नवंबर को कोरोना के 10549 नए केस और 488 लोगों की मौत, गुरुवार 25 नवंबर को कोरोना के 9119 नए केस और 396 लोगों की मौत, बुधवार 24 नवंबर को कोरोना वायरस के 9283 केस और 437 लोगों की मौत, मंगलवार 23 नवंबर को कोरोना के 7579 नए केस और 236 लोगों की मौत, सोमवार 22 नवंबर को कोरोना के 8488 नए केस और 249 लोगों की मौत, रविवार 21 नवंबर को कोरोना वायरस संक्रमण के 10488 नए मामले और 313 लोगों की मौत हुई थी।
नया वेरिएंट भारत के लिए चेतावनीः डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मुख्य वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि कोविड -19 का नया वैरिएंट ‘Omicron’ भारत में कोविड के उचित व्यवहार के लिए एक “चेतावनी” हो सकता है। स्वामीनाथन ने हरसंभव सावधानी बरतने और मास्क का उपयोग करते रहने की आवश्यकता पर बल दिया। कहा कि मास्क “आपकी जेब में रखा वैक्सीन” है जो विशेष रूप से इनडोर सेटिंग्स में अत्यधिक प्रभावी है।
स्वामीनाथन ने कहा कि Omicron से लड़ने के लिए विज्ञान आधारित रणनीति की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सभी वयस्कों का पूर्ण टीकाकरण, सामूहिक समारोहों से बचना, व्यापक जीनोम सिक्वेंसिंग, मामलों में किसी भी असामान्य वृद्धि की बारीकी से निगरानी करना ओमिक्रोन’ से लड़ने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा बताए गए कुछ सुझाव हैं, जिससे चिंता कम हो सकती है। स्वामीनाथन ने कहा कि यह वैरिएंट डेल्टा की तुलना में अधिक संक्रामक हो सकता है। हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम कुछ दिनों में इस स्ट्रेन के बारे में और जान सकेंगे। स्वामीनाथन ने अन्य कोविड वैरिएंट्स के साथ Omicron की तुलना के बारे में कहा कि नए वैरिएंट की विशेषताओं को इंगित करने के लिए हमें और अधिक स्टडी करने की जरूरत है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने “Omicron” को ‘Variant of Concern’ करार दिया है। यह कोविड के पिछले वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक हो सकता है। हालांकि विशेषज्ञों को अभी तक यह नहीं पता चल सका है कि क्या यह अन्य वैरिएंट्स की तुलना में कम या ज्यादा गंभीर कोविड-19 का कारण बनेगा। इसके उद्भव ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है। पिछले दो साल से महामारी की वजह से रुके आर्थिक सुधार फिर से एक बार बेपटरी हो सकते हैं, क्योंकि इस वैरिएंट की चिंता ने दुनियाभर के देशों में यात्रा प्रतिबंधों की एक नई लहर और वित्तीय बाजारों में बिकवाली का डर पैदा कर दिया है।
उत्तराखंड में पांचवे दिन भी नहीं हुई कोरोना से मौत
उत्तराखंड में कोरोना के नए संक्रमितों की संख्या में उतार चढ़ाव जारी है। राहत की बात ये है कि लगातार पांचवे दिन किसी की कोरोना से मौत नहीं हुई। बागेश्वर, चंपावत और रुद्रप्रयाग जिले कोरोनामुक्त हैं। वहीं, देहरादून में दो इलाकों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन हैं। इनमें एफआरआइ में आगामी दस दिन तक बाहरी लोगों की एंट्री बैन कर दी गई है। एफआरआइ इनमें एक स्थान ऐसा है, जहां पिछले साल सबसे पहली बार लॉकडाउन लगा था। शनिवार 27 नवंबर की शाम को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के 14 नए संक्रमित मिले। इससे एक दिन पहले शुक्रवार 26 नवंबर को 13 नए संक्रमित मिले थे। उत्तराखंड में यदि टीकाकरण की बात की जाए तो शनिवार को 977 केंद्रों में 60159 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए।
उत्तराखंड में कोरोना की पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें-
2021.11.27 Health Bulletin
अब तक कुल 7407 मौत
उत्तराखंड में अब कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 344183 हो गई है। इनमें से 330466 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान 08 लोग स्वस्थ हुए। एक्टिव मरीजों की संख्या 150 हो गई है। अब तक प्रदेश में कुल 7407 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। मौत की दर 2.15 फीसद पर स्थिर है। रिकवरी रेट 96.01 फीसद है। सात मई को सर्वाधिक 9642 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। 15 मई को सर्वाधिक 197 मौत दर्ज की गई थी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।