देहरादून में खड़ा हुआ सबसे बड़ा रावण का पुतला, सीएम धामी रिमोट का बटन दबाकर करेंगे दहन

बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा इस साल 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इसके लिए देशभर में तैयारी काफी समय से चल रही थी। आपको जानकार हैरानी होगी कि इस बार देहरादून के परेड मैदान में जलने वाला रावण का पुतला एक रिकॉर्ड बनाने को तैयार है। इस बार दून के इतिहास में अब तक का सबसे ऊंचा रावण का पुतला तैयार कर उसे खड़ा कर दिया गया है। इसकी ऊंचाई 131 फीट है। इस पुतले की खास बात है कि यह पर्यावरण के अनुकूल कम पटाखों का इस्तेमाल किया गया है। इसकी लागत 12 लाख बताई जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस पुतले को पांच बार लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में रिकार्ड बनाने वाले शिल्पकार तेजिंदर चौहान और उनकी टीम ने तैयार किया। अमूमन देहरादून में रावण का पुतला दशहरे के दिन ही परेड मैदान में खड़ा किया जाता था। इस बार इस पुतले को दशहरे से पहले ही चार दिन पूर्व खड़ा कर दिया गया है। इन पुतले को फैंसी लाइटों और इको फ्रेंडली पटाखों से सजाया गया है। खास बात है कि सीएम धामी रिमोट के जरिए पुतला दहन करेंगे। इस पुतले के दीदार करने के लिए परेड मैदान में सुबह से लेकर रात तक काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दशहरा बन्नू बिरादरी कमेटी हर साल उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के परेड मैदान में रावण का पुतला दहन करती है। ये आयोजन देश की आजादी के बाद से ही किया जैा रहा है। इस स्थान पर 75 सालों से बन्नू बिरादरी दशहरा पर्व पर रावण, कुंभकर्ण, मेघनाद के पुतलों का दहन करने के साथ ही लंका दहन का भव्य आयोजन करती आ रही है। इस बार वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज करने वाले शिल्पकार तेजिंदर चौहान के हाथों रावण के पुतले में जान फूंक दी गई है। इस रावण को रिमोट का बटन दबाकर जलाया जाएगा। पूरे आयोजन में रावण के पुतले और लंका का दहन करीब 12 बटन दबाकर किया जाएगा। पहला बटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दबाएंगे। रावण के जलने की शुरूआत सिर से होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तीन महीने में बनकर तैयार हुआ पुतला
शिल्पकार तेजिंदर ने दावा किया है किदेश का सबसे ऊंचा पुतला देहरादून में ही फूंका जाएगा। इसे बनाने में तीन महीने का वक्त लग गया। लंका समेत रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतले का खर्च मिलाकर 12 से 13 लाख रुपये लग गए हैं। उनकी टीम में 25 लोग शामिल रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।