शिक्षक श्याम लाल भारती की कविता- जीवन भी क्या है
जीवन भी क्या है
जीवन की भी क्या हैअजब कहानी,
कभी सुख दुःख कभी आँखो में है पानी।
जो सह लेता सुख दुःख जीवन में,
उसी की तो है यहाँ असली जिंदगानी।।
कभी पतझड़ होता तो कभी सावन आता,
यही है जिंदगी में मौसम की कहानी।
कभी हँसना है तो कभी रोना है,
यही तो है जीवन बदलने की कहानी।।
कभी धूप है तो कभी छाँव है,
कभी रंक तो कभी राजा रानी।
उतार चढ़ाव तो आते रहते जीवन में,
यही तो है हम सब की कहानी।।
कभी बचपन है तो कभी बुढ़ापा,
कभी जनम है तो कभी मरण है,
कभी दूर तो कभी प्रभु की शरण हैं।
यही तो हमारी आने जाने की कहानी।।
आने जाने की कहानी, आने जाने की कहानी।।
कवि का परिचय
श्याम लाल भारती राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय देवनगर चोपड़ा में अध्यापक हैं और गांव कोठगी रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड के निवासी हैं। श्यामलाल भारती जी की विशेषता ये है कि वे उत्तराखंड की महान विभूतियों पर कविता लिखते हैं। कविता के माध्यम से ही वे ऐसे लोगों की जीवनी लोगों को पढ़ा देते हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।