इंवर्टर की बैटरी में पानी का रखें ध्यान, भूलकर ना डालें आरओ का पानी, मुफ्त के इस पानी का करें उपयोग
बार बार बिजली जाने और अघोषित कटौती के चलते घरों में इंवर्टर पर भी अत्यधिक बोझ बढ़ जाता है। बिजली के कट लगने के दौरान घर में इंवर्टर ही हमें पंखे, लाइट्स और टीवी जैसी चीजें आराम से चलाने में मदद करते हैं। गर्मी में इन्वर्टर का यूज बढ़ जाता है, तो उसकी बैटरी का पानी भी जल्दी सूख जाता है। ऐसे में समय-समय पर चेक करके बैटरी में पानी डालते रहना पड़ता है। लगभग 3-4 महीने में एक बार पानी डाला जाए तो बैटरी की लाइफ बढ़ जाती है। ऐसे में इंवर्टर की लाइफ बढ़ाने के लिए ये ध्यान रखना जरूरी है कि कहीं बैटरी सूख तो नहीं रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैटरी का रखें ख्याल
इसलिए ज़रूरी है कि इसकी बैटरी का ख्याल रखा जाए। बैटरी के लिए ज़रूरी है कि इसके पानी का लेवल तय पॉइंट से नीचे न हो। बैटरी के पानी की बात चल रही है तो ये सवाल भी बनता है कि आप अपनी बैटरी के लिए पानी कहां से लाते हैं। ज़्यादातर लोग बैटरी के लिए पानी बाहर से खरीदते हैं, लेकिन, हम यहां आपको बता रहे हैं कि कैसे आप घर पर ही बैटरी का पानी बना सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैटरी के पानी का ही करें उपयोग
इनवर्टर में हमें सामान्य बाजार में उपलब्ध बैटरी के पानी का ही प्रयोग करना चाहिए तथा भूगर्भ जल या घर के पानी या नमक पानी का प्रयोग बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। इससे बैटरी खराब हो सकती है या उसकी कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। क्योंकि बाजार में उपलब्ध बैटरी की पानी में सिर्फ शुद्ध पानी नहीं नहीं होता, जबकि सल्फ्यूरिक अम्ल की कुछ मात्रा होती है। जो बैटरी के रासायनिक क्रिया के लिए अत्यंत आवश्यक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इन्वर्टर की बैटरी में पानी डालने के कारण
लैड एसिड बेटरी की चार्जिंग के लिए आयन का एनोड से केथोड पर लगातार प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए किसी माध्यम का होना आवश्यक है। यह माध्यम एसिड और पानी का मिश्रण होता है। जब बेट्री गर्म होती है तो पानी भाप बनकर उड़ जाता है और इलेक्ट्रोड पूरी तरह एसिड पानी के मिश्रण में डूबे हुए नहीं रहते हैं। इसके फलस्वरूप आयन का प्रवाह यानी बेट्री की चार्जिंग अवरुद्ध होती है। अतः बेट्री चार्जिंग की प्रक्रिया को बिना किसी रुकावट के चलते रहने के लिए समय समय पर बेट्री में पानी का स्तर मेनटेन करना होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कौन सा पानी डालना उचित
डिस्टिलड वाटर लगभग 50 रुपये में 5 लीटर के कैन में मिल जाता है। वैसे हर जगह का रेट थोड़ा अलग होता है, जो एक घर के लिए सामान्य इन्वर्टर की एक बैटरी के लिए 1–2 साल के लिए ठीक रहता है। चाहें तो बरसात जब एक दो बार होकर निकल जाए उसके बाद का पानी भी छानकर डाल सकते हैं। या D.M वाटर भी डाल सकते हैं, लेकिन भूलकर भी नल का पानी न डालें इसमें क्लोरीन मिला होता है जो बैटरी की प्लेटो को खराब करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भूलकर भी ना डालें आरओ का पानी
हो सकता है कि आप घर में लगे हुए RO का पानी इनवर्टर बैटरी में डालते हों, या फिर इसे डालने की सोचते हों। ज्यादातर लोग इनवर्टर की बैटरी के लिए RO का पानी ही इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि होता है RO के पानी की टीडीएस वैल्यू डिस्टिल्ड वाटर से काफी ज्यादा होती है। ऐसे में आरओ का पानी इस्तेमाल करने से बैटरी खराब हो सकती है। हालांकि, टीडीएस कम करवा कर RO के पानी का इस्तेमाल इनवर्टर बैटरी में किया जा सकता है। इसके लिए आपको बैटरी में पानी डालने से पहले उसका टीडीएस चेक करना जरूरी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीने का पानी कभी ना डालें
इसके अलावा कुछ लोग इनवर्टर की बैटरी में साधारण पीने का पानी भी डाल देते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो बता दें कि इससे बैटरी खराब हो जाती है। दरअसल, पीने का पानी अशुद्ध होता है और जब हम इस पानी को बैटरी में डालते हैं तो पानी में मौजूद अशुद्धियां बैटरी की प्लेट से चिपक जाती हैं। इससे बैटरी चार्ज करने में परेशानी होने लगती है। इससे बैटरी की लाइफ कम हो जाती है या बैटरी बिल्कुल खराब हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बारिश का पानी डालना कितना ठीक
कुछ लोगों का मानना यह भी है कि बैटरी के लिए बारिश का पानी था ठीक होता है। बारिश के पानी में डिस्टिल्ड वाटर के मुकाबले चार गुना ppm होता है। इसलिए बैटरी में बारिश का पानी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हालांकि, इसे फिल्टर करके और उसमें मौजूद अशुद्धियां निकाल कर इसे बैटरी में यूज किया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
खुद भी तैयार कर सकते हैं बैटरी का पानी
क्या आपको पता है कि आप अपने घर पर ही फ्री में इन्वर्टर की बैटरी का पानी तैयार कर सकते हैं। हम आपको बहुत आसान जुगाड़ बता रहे हैं। पहले ये जान लीजिए कि बैटरी में डालने के लिए जो भी पानी डाला जाए उसका TDS बहुत कम होना चाहिए। कह लीजिए कि इसका टीडीएस 0 होना चाहिए, लेकिन 0 TDS का वाटर तैयार करना थोड़ा महंगा पड़ता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एसी से निकलने वाला पानी मुफ्त और पुख्ता जुगाड़
एसी से निकलने वाला पानी इंवर्टर की बैटरी में डालने डालने का मुफ्त और पुख्ता जुगाड़ है। इन्वर्टर के लिए बाहर से लाए गए पानी को टेस्ट किया जाए तो उसका TDS लगभग 110 रहती है, वहीं एसी से निकलने वाले पानी का TDS करीब 10 रहता है। अब आप सोचिए कि आपके इन्वर्टर की बैटरी के लिए कौन सा पानी ठीक रहेगा। बिना कुछ सोचे आप भी कहेंगे कि बैटरी के लिए एसी का पानी सबसे सही रहेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएच लेवल देखना भी जरूरी
हालांकि, कुछ रिपोर्ट कहती हैं इन्वर्टर की बैटरी के पानी के लिए सिर्फ TDS देखना सही नहीं है। पानी में किसी तरह की कोई धूल, मिट्टी या ऑर्गेनिक मटिरियल नहीं होना चाहिए। इसके लिए शुद्धता को भी देखना ज़रूरी होता है। इसके अलावा pH level को देखकर ही बैटरी में पानी डालना चाहिए। कहा जाता है कि बैटरी वाटर का pH लेवल न्यूट्रल होना चाहिए, जो कि करीब 7 हो सकता है। इससे बैटरी कंपोनेन्ट के साथ केमिकल रिएक्शन होने का खतरा नहीं रहता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एसी नहीं हो तो ऐसे करें जुगाड़
अब सवाल ये भी बनता है कि अगर आपके पास एसी ही नहीं है तो फिर क्या करें। क्या ऐसे में बाहर से ही पानी खरीदना पड़ेगा। तो जवाब है नहीं। अगर आपके पास एसी नहीं है तो आप किसी पड़ोसी या फिर रिश्तेदार से भी एसी का पानी मांग सकते हैं। एसी ऑन रहने पर ये पानी लगातार आउटडोर यूनिट से निकलता रहता है। अच्छी बात ये है कि ये पानी बिलकुल मुफ्त होता है। इसलिए आपको इसे देने में किसी को एतराज भी नहीं होगा।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।