भोलेनाथ तुम दया निधान आशुतोष तुम संकट हारी दया करो हे कृपा निधान भव भय भंजन सुख के धाम हे...
रुद्रप्रयाग के कवि
एक बार तुम फिर से जागो एक बार तुम फिर से जागो, प्रेम की गंगा पुनः बहाओ, दूसरों के लिये...
शुभ कल्याणी गौ माता सदाचार का पाठ पढ़ायें, सबको गौ पालन सिखलायें, सब गौ माता की सेवा करके, गौ माता...
पिता परिवार का सारथी होता है पिता परिवार का दीपक होता है, पिता परिवार का विश्वास होता है, पिता परिवार...
माँ बच्चों की जान है माँ ईश्वर की अनुपम कृति है माँ के बिना सृष्टि अधूरी है, माँ त्याग ,तपस्या...