आओ आओ सुनो प्रिय अपना नव वर्ष का, हर्षोत्सव कुछ यूं मनाएं विक्रम संवत्- 2080 चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, शक्ति...
Nari Manch
अग-जग धूम मच रही देखो, लगती कितनी मनभावन होली मीठी -मीठी गुजिया, भुजिया संग भीगी -भागी सी मस्त है होली॥...
उत्तराखंड में बेरोजगारों के आंदोलन पर युवा कवयित्री अंजली चंद की कविता-आज का युवा सड़क मे भटक रहा है
आज का युवा सड़क मे भटक रहा है, वो अपने ही मित्र प्रशासन से पिट रहा है, उसे अब सही...
वो यूँ खुद को अक्सर दिखाते हुए भी खुद को छिपाता है कर अपनी ग्लानि को वो प्रत्यक्ष हमें बहुत...
तिरंगा तिरंगा देश की शान तू देश की आन भी है तू देश अखण्ड है इसका पुख्ता - प्रमाण भी...
तुझको नमन है नमन तुझको तिरंगे तेरी शान भी निराली है तीन रंगों से बना है, तेरी महिमा गौरवशाली है...
वक्त का दरिया वक्त का दरिया बहता रहता, बहते दौर का हर इक लम्हा। केवल यादें बन कर, ठहरा सा,...
माँ तुम्हारें बिना सारी खुशिया बेमानी सी लगती हैं कितना मुश्किल है माँ माँ तुम्हारे से बिना कुछ कहे सुने...
रे मन मूरख काहे भरमाए तू। हरि चरनन् चित्त, काहे न लाए तू॥ भव सागर गहरा अति दुस्तर। सौंप प्रभु...
जो नारी का सम्मान न करे वो नर, नारी विहीन रहे न कोई कहे पति उसे न कोई पुत्र कहे...