भात कोई आम अन्न नहीं है बल.. दिनभर में कितने पकवान खा लो भात नही खाया तो छपछपी नही पड़ती...
Literature
नफरतों के बयान रहने दो।कुछ तो अम्नो-अमान रहने दो।। कल सियासत के काम आएंगे।ये सुलगते मकान रहने दो।। है वतन...
लगे भवानी लाडली ,गिरिनंदिनी राजकिशोरी ।मै तो तुझे मनाऊं माता ,सुन लो विनती मोरी ।। अहो सलोना रूप तेरा मां...
फरिश्तों के घर से ,फलक से उतर के ।मैं किसी के घर आई ,किसी की गोदी में समाई ।। किसी...
मलिन मास गया,कोरोना का काल गया।नवरात्र के अवसर पर,मां भगवती का वास हुआ। शरद ऋतु का साथ मिला,वान पैंय्या का...
कुत्तों का सौंदर्यशास्त्र शायद मनुष्यों के सौंदर्यशास्त्र से बहुत भिन्न नहीं होता। इसीलिए, सड़क पर मंथर गति से आगे बढ़ती...
देवेंद्र मेवाड़ी की पुस्तक पढ़ी 'मेरी यादों का पहाड़'। अद्भुत पुस्तक है। एक बार शुरू की तो 287 पृष्ठ पढ़...
साथ 1— आसमान मे —देते हैं लाखों तारे ,चांद का साथ । 2— यह प्रकृति —कहे सदा सबका,सच्चा साथ दो...
एक कहानी, सदियों पुरानी मां ने पंखों से रेत हटाकर गड्ढा बनाया । फिर गड्ढे में अंडे दे दिए। एक...
"मै बंजारा " जयप्रकाश पंवार जेपी की यात्रा संस्मरण की महत्वपूर्ण पुस्तक है। चैनल माउन्टेन कम्पोजीशन के संस्थापक जयप्रकाश पंवार...
