हे ! बद्रीश प्रभु कृपा करो हे देव-मनुजों के पति लक्ष्मीपति, बद्रीवन के विशाल श्रीबद्रीश जी , सृष्टि पालनहार पीताम्बरधरा...
Kiran Purohit
नौ दिसंबर 2020 को लोकसाक्ष्य के माध्यम से युवा लेखिका एवं कवयित्री किरन पुरोहित ने अलकनंदा नदी को पत्र लिखा...
यूं ही रहो मेरे प्रभु आज मैं पहुंची जहां हूं, तुम मुझे लाए यहां । बात वो आती मुझे, जो...
पहचानो, अब तुम हो कौन हे ! मिट्टी की देह बता, आखिर क्या तेरा शुभ नाम । किस हेतु तू...
उत्तराखंड में एक स्थान ऐसा भी है, जहां महादेव खुले स्थान पर रहते हैं। साथ ही इस स्थान का कोई...
मधुमास मे डूबे पहाड़ आई मेरे आंगन में बहार , मधुमास में डूबे हैं पहाड़ । ये जादू करता है...
आया वसंत आया वसंत, आया वसंत । है चहुं ओर, छाया वसंत ।। मोहक है, माया वसंत । आया वसंत,...
नौ दिसंबर 2020 को लोकसाक्ष्य के माध्यम से युवा लेखिका एवं कवयित्री किरन पुरोहित ने अलकनंदा नदी को पत्र लिखा...
अगर कभी-भी नहीं मिले तो अगर कभी कुछ कहा नहीं तो - बात कैसे है ? अगर कभी कुछ सुना...
बौणूमां आग ना रो हिलासी, बौण की । पीर सुण्योणी तेरी, भौण की।। बौण बचौण, आला क्वी । तेरी हर्याली...