बहनो में बड़ी बहुओ में छोटी, न पीहर में अड़ी न ससुराल में लड़ी, बातो बातो में बोल देती है,...
Dehradun
भूख़ के परिंदे भूख़ पेट से खेलती रही, रात भर। देखता रहा रतजगा रोटियों के ख़्वाब। मन मन ही मन...
औलाद औलाद बाप से हिसाब मांगती हैं। पैदा क्यों किया, का जवाब मांगती हैं। जिन आंखों ने कभी पढ़ें नहीं...
तिरंगा तिरंगा देश की शान है तू , तिरंगा देश का मान भी तू। ये देश अखण्ड रहे हमारा, तिरंगा...
मेरा देश है भारत भाता है मुझको देश यही, माता है मेरी एक यही। मेरा देश है भारत, मेरा देश...
आज़ाद देश में भूख की न स्याह रात हो। पेट से न मुलाक़ात हो। ग़रीबों की बस्ती में अब भूख...
तो जानूं ग़रीबों के आंसू पी लें, तो जानूं। ग़रीब आज सुख से जी लें, तो जानूं। उनकी राहों में...
मुहब्बत जीत गई। नफ़रत हार गई। प्रेम का सोत कभी सूख नहीं सकता। बरसने से नेह कभी रूक नहीं सकता।...
मनभावन सावन है। मौसम भी पावन है। मैली धरती का भी अब उजला दामन है। कृष्ण - भक्ति में डूबा...
