हाथों में रंग हो। दिलों में उमंग हो। अछूता कोई भी रंग से न अंग हो। होंठों पे गीत हो।...
साहित्य
मैं जागरूक मतदाता हूँ, मत से आभार जताता हूँ। मेरे मत से सरकार बने, मैं भारत का मतदाता हूँ।। ई...
होली के रंग होल्यारों के संग, समय के रंग जीवन के संग। फूलों के रंग डाली के संग, डाली की...
बैर का न रंग हो रंग में न भंग हो। बैर का न रंग हो। रंग का मज़ा कहां मुहब्बत...
ये आफ़त की बारिश है। ये मौसम की साज़िश है। लगे, अन्नदाताओं से ये इसकी इक रंजिश है। आंखों में...
गंगा गंगा के घाट पर बैठकर गंगा को निहारते हुए बीत जाता है समय जल्दी जल्दी गंगा की गहराई जितनी...
सरकार क्या, ये भी कोई सरकार है। मुद्दों पर सोई सरकार है। मुहब्बत के देश में नफ़रतें, ये अब तक...
मुझे मेरे हिस्से का आसमान चाहिए। थोड़ी सी जमीं नहीं पूरा जहान चाहिए॥ विश्वाआरा लोपामुद्रा, गार्गी अपाला, विद्योत्तमा की वंशज,...
देश पूरा चरना जुलूस, रैली, प्रदर्शन, धरना। मांगें हमारी मानो वरना ? देश हितों से हमें क्या लेना, हमें तो...
अर्धरात्रि है, काली स्लेट सी छटाएं मदमाती हुई नृत्य करती जैसे कुछ सिसकियां सी आवाज़ कभी तेज... कभी मद्धम... गुर्राते...