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September 10, 2025

साहित्य

नफरतों के बयान रहने दो।कुछ तो अम्नो-अमान रहने दो।। कल सियासत के काम आएंगे।ये सुलगते मकान रहने दो।। है वतन...

लगे भवानी लाडली ,गिरिनंदिनी राजकिशोरी ।मै तो तुझे मनाऊं माता ,सुन लो विनती मोरी ।। अहो सलोना रूप तेरा मां...

(उत्तराखंड के सभी शिल्पकारों का प्रतिनिधित्व करती हुई यह कथा पूर्णतया काल्पनिक है। किसी से संयोग होने पर उसे मात्र...