मैं हार गया करुण रुदन आज न जाने उर में क्यों, हृदय को यथार्थता मिल गई सारी। जिसके लिए प्राण...
श्याम लाल भारती
रोजगार दो रोजगार दो रोजगार दो, कोई तो हमें कुछ उधार दो। बेरोजगार हूं, बेरोजगार हूं, सरकार जी कुछ तो...
बच्चों की मन की पीड़ा ये वक्त वक्त की बात है, लगता नहीं कोई मेरे साथ है। कलम स्याही कापी...
बस मुझमें यही तो कमी है नहीं कठोर हृदय लिए खड़ा हूं, मेरे हृदय में भी, भरी नमी है। दुःख...
क्यों गांव से दूरियां हो गई अब तो कोई चहल पहल नहीं गांवों में, जैसे पहले हुआ करती होगी। आ...
मत देखो नफरत भरी निगाहों से मत देखो इंसान मुझे, नफरत भरी निगाहों से। मेरा भी इस गांव से नाता,...
प्रभु तेरा हम पर एहसान होगा समय लगेगा जरूर यहां पर, प्रभु का हम पर एहसान होगा। बुरे दौर से...
आज खोल दो अमर द्वार आज खोल दो अमर द्वार, जहां खो गई तुम्हारी निश्छल जवानी। अब तो आ जाओ...
चारों तरफ हाहाकार क्यों इस करुण द्रवित हृदय में सबके, क्यों असहनीय सी ध्वनि बज उठती। क्यों चारों ओर हाहाकार...
प्रभु आशीर्वाद बनाए रखना ए मालिक मेरे आज सबकी, तुम जरूर हिफाजत करना। जिंदगी हो चाहे किसी की भी, उसे...