1. त्योहारों का मस्ती भरा, खुशियों का सुंदर आलम हो। दीपों की झिलमिल किरणों से, रोशन हर घर का आंगन...
शिक्षिका डॉ. पुष्पा खण्डूरी की कविता- औकात
तिरंगा देश की शान है तू , तिरंगा देश का मान भी तू। ये देश अखण्ड रहे हमारा, तिरंगा देश...
मौसम की पहली बारिश मौसम की पहली बारिश हो , भीगा - भीगा सा तन -मन हो । गीले भीगे...
संत -चरित बुरे बुराई ना तजें। चाहे दीजे कोटिक सीख॥ पर संत ना छाड़े संतई। चाहे लीजे कितना चीख॥ सर्प...
योग दिवस आओ आओ योग करें नित योग ही संयोग सा नियमित तन मन सब नीरोग करें हम आओ आओ...
बेचैन मन बेचैन मन सोचता बहुत है तर्क बितर्क के जंजाल में वो फंसता सा चला जाता है निरन्तर जीता...
औकात सुबह उठी इक तितली मचली पर खोल देख निज रंगों को फूलों फूलों पर है इतराती कलियों को ताना...